पाकिस्तान की नई नवेली सरकार के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खत लिखकर इमरान खान को पाक पीएम बनने पर बधाई दी और दोनों देशों के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा। पाकिस्तान की तरफ से किए गए इस दावे को भारत सरकार की तरफ से खारिज कर दिया गया है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि पीएम ने इमरान खान को खत जरूर लिखा है, लेकिन वह केवल उन्हें बधाई देने के लिए लिखा था, उसमें दोनों देशों के बीच बातचीत का प्रस्ताव शामिल नहीं है।
महमूद खान ने सोमवार को पीएम मोदी के लेटर को लेकर कहा था, ‘भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाक के पीएम इमरान खान को खत लिखा और उसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू करने की तरफ इशारा किया है। भारत और पाकिस्तान को सच्चाई सामने रखते हुए एकसाथ आगे बढ़ना होगा।’ पाक विदेश मंत्री के इस दावे पर मोदी सरकार के आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पीएम मोदी ने इमरान खान को लिखे खत में कहा है कि पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण रिश्तों के लिए भारत प्रतिबद्ध है।
"India and Pakistan have to move forward keeping realities before them,"Pakistan Foreign Minister SM Qureshi asserted, adding that Indian PM Narendra Modi has written a letter to PM Imran Khan in which he indicated beginning of talks between the two countries:Geo News pic.twitter.com/ngUEuNriKs
— ANI (@ANI) August 20, 2018
सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट किया कि पीएम मोदी ने अपने खत में ये लिखा था कि भारत पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ रचनात्मक और सार्थक रिश्ते बनाने को लेकर आशांवित है। इसके अलावा आधिकारिक सूत्रों ने यह भी जानकारी दी कि पीएम ने खत में लिखा था कि लोगों की भलाई के लिए भारत पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है। साथ ही मोदी ने सुरक्षा और शांति बनाए रखने को लेकर अपना नजरिया रखा और आतंकवाद मुक्त दक्षिण एशिया बनाने पर भी अपने विचार रखे थे। इसमें बातचीत का प्रस्ताव नहीं दिया था।
इससे पहले भी पाकिस्तान चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सबसे बड़े राजनीतिक दल के तौर पर उभरने पर भी पीएम मोदी ने इमरान खान को बधाई दी थी। उन्होंने इमरान खान को फोन करके बात की थी और लोकतंत्र के मजबूत होने की उम्मीद जताई थी। वहीं पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में पड़ोसी देशों से रिश्ते सुधारने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अपने सभी पड़ोसियों के साथ ‘‘बेहतरीन संबंध’’ रखने की दिशा में काम करना होगा क्योंकि इसके बिना देश में शांति लाना संभव नहीं होगा।