प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका पहुंचने पर कई विशिष्ट लोगों ने इस यात्रा के मायने और महत्व को मीडिया से साझा किया। उनका कहना है कि यह यात्रा केवल एक हेड ऑफ स्टेट के दूसरे देश के हेड ऑफ स्टेट से मिलने जाना ही है नहीं है, बल्कि यह दुनिया के दो बड़े लोकतंत्र का मिलन है और यह मिलन नई दुनिया को रास्ता दिखाने में सक्षम होगा।

वाशिंगटन DC में ORF अमेरिका के कार्यकारी निदेशक ध्रुव जयशंकर ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका की यह पहली राजकीय यात्रा है। इस यात्रा का महत्व यह प्रदर्शित करना होगा कि हमारे संबंध कितने व्यापक हैं और भारत एवं अमेरिका किस प्रकार आज लगभग हर बड़े मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि हम कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रक्षा सह-उत्पादन (Defense Co-Production और और रक्षा व्यापार (Defense Trade) में कुछ आगे की गति देखेंगे जो भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।”

भारत के लिए जो सम्मान बढ़ा है वो प्रशंसनीय है

न्यूयॉर्क में जैन आचार्य लोकेश मुनि ने कहा, “आज हम सभी 9/11 की घटना में जान गंवानें वालों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्रित हुए हैं। अमेरिका में इस समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा आज से शुरू हुई है… मैं पिछले 17 सालों से अमेरिका आ रहा हूं मगर इन वर्षों में भारत के लिए जो सम्मान बढ़ा है वो प्रशंसनीय है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे पर तीन बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार रिकी केज ने न्यूयॉर्क में कहा, “मैं यहां प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के लिए आया हूं, और यह दो देशों का एक सुंदर संगम है। एक इस पृथ्वी पर सबसे बड़ा लोकतंत्र है और दूसरे को पृथ्वी पर सबसे पुराना लोकतंत्र कहा जाता है। हम मेयर के कार्यालय में हैं, और हम 9/11 मेमोरियल जा रहे हैं क्योंकि वो दिल दहलाने वाला स्थल है और निश्चित रूप से आतंकवाद के बारे में निरंतर याद दिलाने वाली जगह है कि किसी भी रूप में आतंकवाद बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। हम यहां पीड़ित परिवारों के साथ पूरी एकजुटता के साथ यह दिखाने के लिए हैं कि उनके साथ जो हुआ वह बिल्कुल गलत था और ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए।”

इंडियन माइनॉरिटी फाउंडेशन के संयोजक सतनाम सिंह संधु ने कहा, “भारत और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जो कदम उठाया है वो अपने आप में ऐतिहासिक है। जिस तरह उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं और भारत को आतंकवाद से मुक्त किया है, वो संदेश लेकर हम न्यूयॉर्क पहुंचे है। हम दुनिया को बताना चाहते हैं कि आतंकवाद को लेकर भारत का रुख स्पष्ट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जो कदम उठाया है, आतंकवाद को खत्म करने का वही एक कदम है।”