प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अमेरिकी दौरे के चौथे दिन शुक्रवार को यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) कार्यक्रम में अमेरिका में रह रहे भारतीयों से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने कहा, “हर देश की विकास यात्रा में एक ऐसा समय आता है जब वह नई उर्जा के साथ एक नया लक्ष्य तय करता है। आज भारत भी एक ऐसे ही समय सीमा से गुज़र रहा है।”
उन्होंने कहा, “कुछ समय पहले ही हमने अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं और हमने एक संकल्प लिया है। 140 करोड़ हिंदुस्तानियों ने संकल्प लिया है और यह संकल्प है विकसित भारत का। हम भारत में दशकों से चली आ रही समस्याओं का स्थाई समाधान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चुनौती को भी चुनौती देते हैं।”
मोदी ने कहा कि सरकार भारत के गरीबों को सशक्त बना रही है। उनके ईज ऑफ लिविंग बढ़ा रहे हैं। 10 साल में भारत दुनिया के 10वें नंबर की अर्थव्यवस्था से 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया है। कोरोना में भारत ने जिस तरह इस महामारी का सामना किया वो भारत के सामर्थ्य को दिखाता है।
उन्होंने वहा रह रहे लोगों से कहा कि अपनी अमेरिका दौरे के दौरान वे इस कार्यक्रम का बेहद बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। पीएम ने भारतीय समुदाय के लोगों से कहा, “आप सभी अमेरिका की विकास यात्रा के मज़बूत स्तंभ है और इसलिए मैं आपसे मिलना चाहता था। आप सभी अपनी मेहनत से अमेरिका को इस उंचाई पर लाए हैं। आप सभी अमेरिकन ड्रीम का हिस्सा हैं। आपने अमेरिकन ड्रीम को जिया है। आपने दिखाया है कि संकल्प लेकर उसे सिद्धी तक कैसे पहुंचाया जाता है।”
भारत के पास आने वाले समय की एक और चुनौती का सबसे बड़ा समाधान है, यह चुनौती है एजिंग की, इससे खपत, उत्पादन और नवाचार को प्रभावित करता है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा युवा देश है।
दुनिया का सबसे बड़ा युवा टैलेंट भारत के पास है इसलिए जो भी देश इस समय भारत से जुड़ेगा उसका उतना ही फायदा होगा। आज भारत में हर सप्ताह एक नई यूनिवर्सिटी बन रही है। भारत में हर दो दिन में एक नया कॉलेज बन रहा है। भारत में हर दिन एक नई ITI की स्थापना हो रही है।