पठानकोट आतंकी हमले को लेकर भारत की ओर से ठोस कार्रवाई की मांग पर हरकत में आए पाकिस्तान ने बुधवार को इस हमले की साजिश रचने वाले जैशे-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को हिरासत में लिया और उसके भाई रऊफ और संगठन से जुड़े कई दहशतगर्दों को भी गिरफ्त में ले लिया है। इस आतंकी संगठन के कार्यालयों को भी सील किया गया है। पाकिस्तान की इस कार्रवाई पर देर शाम तक भारत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं जाहिर की, पर माना जा रहा है कि आगामी विदेश सचिव स्तर की वार्ता की उम्मीद कायम रखने के लिए पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है। इस बीच सूत्रों ने जानकारी दी है कि पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तान अपनी टीम भेजने पर गौर कर रहा है। यह दल भारत की ओर से पेश सबूतों की पड़ताल करेगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बुधवार को जारी बयान में कई व्यक्तियों को गिरफ्तार किए जाने का एलान किया गया, लेकिन अजहर को हिरासत में लिए जाने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि जैश के कई कार्यालयों पर छापा मारे जाने के बाद अजहर को ऐहतियातन हिरासत में लिया गया है। मसूद अजहर और दो अन्य आतंकवादियों को कंधार विमान अपहरण के समय छोड़ा गया था।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान अपने एक विशेष जांच दल को पठानकोट भेजने पर भी विचार कर रहा है क्योंकि भारत के सहयोग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए और सूचना की दरकार होगी। बहरहाल, पाकिस्तान की ओर से यह कार्रवाई उस वक्त की गई है जब भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर के प्रस्तावित बातचीत के लिए इस्लामाबाद जाने में सिर्फ दो दिन बचे हुए हैं। उधर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में पाकिस्तान की कार्रवाई की समीक्षा की गई है। भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय समग्र वार्ता की बहाली के लिए विदेश सचिव स्तरीय वार्ता होने वाली है।
इधर भारत का मानना है कि मौलाना मसूद अजहर की अगुवाई वाले जैशे-मोहम्मद से जुड़े आतंकी बीते दो जनवरी को हुए पठानकोट हमले में शािमल थे। उच्च स्तरीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार अपनी धरती से आतंकवाद के खात्मे की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता और कहीं भी आतंकवादी गतिविधियों के लिए अपने क्षेत्र का उपयोग करने नहीं देने के उसके राष्ट्रीय संकल्प के संदर्भ में अब तक की कार्रवाई का संतोष के साथ संज्ञान लिया गया है। बयान में कहा गया, पठानकोट की घटना से कथित तौर पर जुड़े आतंकवादी तत्वों के खिलाफ की जा रही जांच में काफी प्रगति हुई है।
बयान में कहा गया है, पाकिस्तान में शुरुआती जांच और प्रदान की सूचना के अनुसार जैशे-मोहम्मद से जुड़े कई आतंकियों को पकड़ा गया है। संगठन के कार्यालयों का पता किया जा रहा है और उन्हें सील किया जा रहा है। आगे की जांच जारी है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, सहयोगात्मक भावना को देखते हुए यह फैसला किया गया कि प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के क्रम में अतिरिक्त सूचना की जरूरत होगी जिसके लिए पाकिस्तान सरकार भारत से विचार-विमर्श के साथ एक एसआइटी को पठानकोट भेजने पर विचार कर रही है।
इसमें कहा गया है, ‘बैठक में यह बात दोहराई गई कि आतंकवाद का मुकाबला करने और इसे पूरी तरह खत्म करने के हमारे फैसले के क्रम में पाकिस्तान इस मुद्दे पर भारत के साथ संपर्क में बना रहेगा।’ सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ, आइएसआइ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर, गृह मंत्री निसार अली खान, वित्त मंत्री इसहाक डार, विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज, पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी बैठक में मौजूद थे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों भारत ने पाकिस्तान से दो टूक कहा था कि विदेश सचिव स्तर की बातचीत का भविष्य पठानकोट हमले को लेकर इस्लामाबाद की ‘त्वरित और निर्णायक’ कार्रवाई पर निर्भर है। इस हमले के संदर्भ में उसने पाकिस्तान को ‘कार्रवाई करने लायक खुफिया जानकारी’ प्रदान की थी। एक अधिकारी ने कहा कि अब तक करीब 12 दहशतगर्दों को पकड़ा जा चुका है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने कुछ दूसरी सूचनाएं देने से इनकार कर दिया जैसे कि इन लोगों को कहां रखा गया है या उनको कब अदालत में पेश किया जाएगा। पठानकोट वायुसेना अड्डे पर दो जनवरी को आतंकवादी हमला हुआ था और यहां हमला करने वाले आतंकवादियों के खात्मे का अभियान चार दिनों तक चला। सुरक्षा बलों ने सभी छह आतंकवादियों को मार गिराया था।
बातचीत पर भारत का फैसला आज
नई दिल्ली: पाकिस्तान के साथ शुक्रवार को प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर आगे बढ़ने या नहीं बढ़ने के बारे में फैसला भारत ने गुरुवार तक के लिए टाल दिया। बुधवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की दो घंटे तक चली बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के गुरुवार दोपहर तक पेरिस से वापसी का इंतजार करने का फैसला किया गया। उसके बाद वार्ता पर निर्णय किया जाएगा।
‘निष्पक्ष’ रुख होगा चीन का
बेजिंग: चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने बुधवार को कहा कि जैशे-मोहम्मद पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध को लेकर भारत कोई कदम उठाता है तो उसका समर्थन करने के लिए वह ‘निष्पक्ष’ रुख अपनाएगा। भारत जैश पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध के लिए बेजिंग का समर्थन मांग सकता है।
पाक ने बनाई जेआइटी
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने एक संयुक्त जांच टीम (जेआइटी) का गठन किया जो पता लगाएगा कि भारत में पठानकोट आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का कोई व्यक्ति या संगठन शामिल था या नहीं। जेआइटी में सैन्य अधिकारी और सुरक्षा से संबंधित अफसर शामिल हैं।