पाकिस्तान के खानेवाल जिले के जंगल डेरा गांव में शनिवार को भीड़ ने अधेड़ की पत्थर मारकर हत्या कर दी। आरोप है कि व्यक्ति ने कुरान का अपमान किया था। आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था लेकिन बाद में थाने के सामने खड़ी भीड़ के सामने हिरासत से बाहर निकाल दिया। जैसे ही शख्स भीड़ के सामने पहुंचा, वीभत्स तरीके से उसकी हत्या कर दी।
हालांकि थाने के सामने हुई वारदात को लेकर अब पाक पीएम इमरान खान कानून की दुहाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि ये बर्दाश्त नहीं होगा। लेकिन इस बात को लेकर उनके पास कोई जवाब नहीं है कि कानून की रक्षा करने वालों ने ही ड्यूटी क्यों नहीं निभाई। पाकिस्तान के अखबार डॉन की खबर के मुताबिक मारे गए शख्स ने अपनी सफाई देनी की कोशिश की लेकिन भीड़ ने उसकी एक ना सुनी। मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने आईजी से रिपोर्ट तलब की है।
बताया जा रहा है कि सैकड़ों लोग मगरिब नमाज के बाद इक्ट्ठा हुए थे। आरोप है कि व्यक्ति ने उसी समय कुरान के कुछ पन्नों को फाड़कर आग लगा दी। पुलिस को पता चला तो उसे हिरासत में ले लिया गया। भीड़ नहीं मानी तो उसे छोड़ दिया। गुस्साई भीड़ ने आरोपी को पेड़ से लटका दिया। फिर पत्थरों से तब तक मारा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।
पिछले साल नवंबर में भीड़ ने खैबर पख्तूनख्वा के चारसद्दा जिले में एक पुलिस थाने में तोड़फोड़ की थी और उसमें आग लगा दी थी। तब पुलिस ने कुरान का अपमान करने के आरोपी व्यक्ति को सौंपने से इनकार कर दिया था। दिसंबर, 2021 को सियालकोट में, एक श्रीलंकाई इंजीनियर को कारखाने के कर्मचारियों द्वारा ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीट कर मार डाला गया था। ये मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उछला था।
एक रिपोर्ट के अनुसार अब तक ईशनिंदा को लेकर कुल 18 महिलाओं और 71 पुरुषों को मौत के घाट उतारा गया। लेकिन मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि ऐसे सभी मामले दर्ज नहीं होते हैं। पंजाब प्रांत में ऐसी घटनाएं आधे से ज्यादा मिली हैं।