F-16 लड़ाकू विमानों की खरीद मामले में अमेरिका द्वारा पैसा देने से इनकार करने पर पाकिस्‍तान ने कड़ा रूख अपनाया है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि यदि अमेरिका ने F-16 विमानों के लिए आर्थिक‍ मदद नहीं की तो वह कहीं ओर से ये विमान खरीद लेगा। बता दें कि सोमवार को अमेरिका ने कहा कि वह इन विमानों के लिए पाकिस्‍तान को सब्सिडी नहीं देगा।

अजीज ने कहा कि पाकिस्‍तान ने F-16 को उनकी प्रभावशीलता के चलते खरीदने का मन बनाया था, लेकिन वह आतंक रोधी अभियान में JF-17 थंडर जेट का उपयोग भी कर सकता है। गौरतलब है कि JF-17 थंडर जेट का निर्माण चीन और पाकिस्‍तान ने मिलकर किया है। बताया जा रहा है कि आने वाले समय में JF-17 थंडर जेट विमान पाकिस्‍तानी वायुसेना की रीढ़ होंगे। फरवरी 2010 में पाक ने JF-17 थंडर जेट की पहली स्‍क्‍वाड्रन को शामिल किया था। दिसंबर 2015 तक इसके पास 49 JF-17 थंडर जेट थे। इसके बाद उसने 50 JF-17 थंडर जेट का ऑर्डर और दिया है।

इधर, अमेरिका ने पाकिस्‍तान को F-16 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए एक महीने का समय दिया है। ओबामा प्रशासन ने स्‍पष्‍ट कर दिया है कि आठ F-16 के लिए 70 करोड़ डॉलर कीमत अब पाकिस्‍तान को खुद ही अदा करनी होगी। अमेरिका विदेश विभाग के प्रवक्‍ता ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि पाकिस्‍तान को बता दिया गया है अमेरिकी टैक्‍स पेयर्स का पैसा दूसरे देश को सैन्‍य मदद के तौर पर देने को लेकर हमारे यहां विरोध है। पाकिस्‍तान शीर्ष नेतृत्‍व को बता दिया है कि उन्‍होंने हक्‍कानी नेटवर्क के खिलाफ कड़े कदम नहीं उठाए हैं। ऐसे में अमेरिकी सीनेटर्स ओबामा प्रशासन को पैसा देने से रोक रहे हैं।

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पाकिस्‍तान के पास F-16 खरीदने के लिए एक महीने का समय है और वह इसमें देरी करता है तो लड़ाकू विमानों की कीमत में इजाफा हो सकता है। इससे पहले अमेरिका ने पाकिस्‍तान से वादा किया था कि 70 करोड़ डॉलर की इस डील में 43 करोड़ डॉलर अमेरिकी सेना देगी। लेकिन बाद में अमेरिकी कांग्रेस ने इस पर रोक लगा दी। यही नहीं, पाकिस्‍तान को अमेरिका से मिलने वाली 74 करोड़ डॉलर की सैन्‍य मदद भी रोक दी गई है।