पाकिस्तान की नवगठित इमरान खान सरकार ने ऐलान किया है कि वह पाकिस्तान में पैदा होने वाले अफगानी और बांग्लादेशी मूल के शरणार्थियों को नागरिकता देगी। ये बातें प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार (16 सितंबर) को प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने कराची दौरे के दौरान कहीं। इस दौरान इमरान खान से सिंध प्रांत के शहरों में बढ़ते अपराधों पर भी चिंता जताई।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, इमरान खान रविवार की सुबह अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर सिंध की राजधानी कराची पहुंचे थे। यहां उनका स्वागत सिंध प्रांत के गर्वनर और मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने एयरपोर्ट पर किया। सबसे पहले इमरान खान मुहम्मद अली जिन्ना के मकबरे पर गए। वहां पर उन्होंने एक पौधा भी लगाया। इसके बाद स्टेट गेस्ट हाउस में इमरान खान से मिलने के लिए राष्ट्रपति आरिफ अल्वी भी पहुंचे थे।
इमरान खान ने कहा, कोई भी सामाजिक सुरक्षा तंत्र नहीं है और सैकड़ो-हजारों गैर सूचीबद्ध अफगानी और बांग्लादेशी शहरों में रह रहे हैं। उनके पास न तो आईडी कार्ड हैं और न ही पासपोर्ट हैं। इसलिए लोग उन्हें नौकरी देने से भी इंकार कर रहे हैं। इमरान खान ने कहा कि बेरोजगारी के कारण ही अपराधों में बढ़ोत्तरी होती है। जो अफगानी और बांग्लादेशी शरणार्थी यहां पैदा हुए हैं। हम उन्हें राष्ट्रीय पहचान पत्र और पासपोर्ट देंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने सिंध प्रांत में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर गर्वनर हाउस में एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में सिंध पुलिस, रेंजर्स और खुफिया एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। उन्होंने पीएम इमरान खान को कराची शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी दी। इस पर इमरान खान ने राज्य पुलिस को हालात सुधारने के लिए सिर्फ दो महीने का वक्त दिया। उन्होंने कहा, इसके बाद केंद्र स्थिति में खुद दखल देने के लिए मजबूर हो जाएगा।