गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में अब गैस संकट भी खड़ा हो गया है। पाकिस्तान का लगभग पूरा कराची शहर कड़ाके की ठंड के बीच गंभीर गैस संकट से जूझ रहा है। जिसके चलते घरेलू उपभोक्ताओं को महंगी LPG खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
शहर के विभिन्न इलाकों के निवासियों का कहना है कि जब भी सर्दी का मौसम आता है शहर में अघोषित गैस कटौती की नौबत आ जाती है। शहर में सर्दी के मौसम के आने के बाद से गैस संकट और भी बढ़ गया है। जबकि गैस की आपूर्ति में कटौती का समय रात्रि 9:30 बजे से प्रातः 6 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित है लेकिन शहर के अधिकांश भागों में या तो अधिकांश समय गैस उपलब्ध नहीं रहती है या बहुत कम प्रेशर पर गैस मिलती है।
सूत्रों ने डॉन को बताया कि शहर भर में खराब हो चुका गैस डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम भी इस संकट के पीछे प्रमुख कारणों में से एक है। सूत्रों ने बताया कि कम प्रेशर मुख्य रूप से डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में रिसाव के कारण होता है। उन्होंने कहा कि एसएसजीसी वर्तमान में घरेलू उपभोक्ताओं को आपूर्ति में सुधार करने के लिए शहर भर में अपने पुराने गैस डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम को सुधारने में लगा हुआ है।
पुरानी पाइपलाइनों को बदलने के कारण कराची के कई क्षेत्रों में गैस की आपूर्ति प्रभावित
सूत्रों ने बताया कि उत्तरी नाजिमाबाद, उत्तरी कराची और ल्यारी सहित कुछ घनी आबादी वाले क्षेत्रों में 2,500 किलोमीटर डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क पर बड़े पैमाने पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि कम दबाव की समस्या को हल करने के लिए पुरानी पाइपलाइनों को बदलने के कारण कई क्षेत्रों में गैस की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
सूत्रों ने बताया कि सर्दियों की शुरुआत के बाद से शहर के विभिन्न हिस्सों से 1199 पर गैस की कमी की शिकायतें बढ़ गई हैं। कई इलाकों में कई दिनों से गैस की सप्लाई नहीं हो रही है। इस सबके बीच इन इलाकों में रहने वालों को गैस की कमी के चलते महंगी LPG खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
कई इलाकों में गैस का प्रेशर कम
दूसरी ओर, गैस कंपनियों ने कई इलाकों में कम गैस दबाव के लिए सक्शन उपकरणों के अवैध उपयोग को जिम्मेदार ठहराया। प्राकृतिक गैस की तीव्र कमी के कारण एलपीजी की बिक्री में भी उछाल आया। ऑल पाकिस्तान एलपीजी मार्केटर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मुहम्मद अली हैदर ने डॉन को बताया कि पिछले हफ्ते एलपीजी की बिक्री और उपयोग में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी देखी गई। उन्होंने कहा कि एलपीजी की कुल आवश्यकता लगभग 12 टन थी लेकिन पिछले कुछ दिनों में यह बढ़कर 16 से 17 टन हो गई है। देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ें jansatta.com का LIVE ब्लॉग