पाकिस्तान में बने बाहरी और आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों के बीच नदीम अंजुम को आईएसआई का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। नदीम की नियुक्ति को लेकर माना जा रहा है कि ये इमरान खान सरकार के लिए अच्छी खबर नहीं है। दरअसल अबतक इस पद को संभाल रहे आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को पेशावर कोर का कमांडर बनाया गया है। फैज हमीद इमरान खान के करीबी माने जाते थे।
तालिबान की यात्रा के बाद हुआ बदलाव: पिछले दिनों फैज का तालिबान दौरा भी काफी चर्चा में रहा। दरअसल फैज की काबुल यात्रा ने तालिबान कैबिनेट में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर पूरी दुनिया में सवाल खड़े कर दिए। ऐसे में माना जा रहा है कि इसकी कीमत फैज को तबादलने के रूप में चुकानी पड़ी है। ऐसे में नदीम अंजुम को आईएसआई चीफ बनाया गया है, जोकि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा के करीबी कहे जाते हैं।
बता दें कि पाकिस्तान में ISI प्रमुख का पद काफी अहम माना जाता है। आईएसआई चीफ की भूमिका रक्षा और विदेश मामले में काफी अहम होती है। पाकिस्तान में कोई भी सरकार नहीं चाहती कि आईएसआई प्रमुख उससे खफा रहे।
कौन हैं नदीम अंजुम: नए आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम पाकिस्तानी सेना की पंजाब रेजिमेंट से हैं। कराची कोर कमांडर अंजुम पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कई अभियान चलाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कमांड एंड स्टाफ कॉलेज क्वेटा के कमांडेंट के रूप में भी काम किया है। नदीम के बारे में कहा जाता है कि उन्हें युद्ध का अच्छा अनुभव है। ISI चीफ नदीम की छवि तेज दिमाग और काम में व्यस्त रहने वाले की है।
नदीम को “मैन विद ग्लेशियर” भी कहा जाता है। नदीम बात कम करते हैं, और सुनते अधिक है। उन्होंने ब्रिटेन के रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडी से अपना ग्रैजुएशन किया है। अमेरिका के होनोलूलू स्थित एशिया पैशफिक सेंटर से भी उन्होंने शिक्षा ग्रहण की है।
ISI चीफ के चुनाव में पीएम का रोल: बता दें कि ISI के मुखिया के चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री के पास विशेषाधिकार होता है। हालांकि सेना प्रमुख के परामर्श लेने के बाद ही प्रधानमंत्री इसका चुनाव करता है।