शुक्रवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का सत्र प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये बिना ही स्थगित कर दिया गया। कहा जा रहा कि ऐसा इमरान खान के निर्देश पर किया गया। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने सदन स्थगित करने के विरोध में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रखा गया है और उन्हें पाकिस्तानी संसद में बहुमत हासिल करना है।

नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने ये कहते हुए सत्र स्थगित कर दिया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद खयाल जमां के निधन के चलते सत्र को 28 मार्च शाम चार बजे तक के लिये स्थगित किया जाता है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष शाहबाज शरीफ समेत विपक्ष के सभी नेता सदन में मौजूद थे और सत्र स्थगित करने पर इन नेताओं ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।

स्पीकर ने सत्र को स्थापित करने के बाद अपने कक्ष की ओर प्रस्थान किया। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के नियमों के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव रखे जाने के बाद 3 से 7 दिन के बीच उसपर वोटिंग होनी चाहिए। बता दें कि 8 मार्च से ही पाकिस्तान में सत्ता को लेकर घमासान मचा हुआ है, क्योंकि इसी दिन विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था।

एक रिपोर्ट के अनुसार सत्र स्थगित होने के बाद PML-N अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने आगाह करते हुए कहा कि, “अगर सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं करने दिया गया तो आगे जो होगा, उसके लिए वे जिम्मेदार नहीं होंगे। स्पीकर ने नेशनल असेंबली के अध्यक्ष के बजाय पीटीआई के एक कार्यकर्ता के तौर पर काम किया।’’ वहीं शाहबाज शरीफ शरीफ की टिप्पणी पर जवाब देते हुए विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अध्यक्ष के खिलाफ निंदात्मक बातें करने के लिए उनसे माफी मांगने को कहा। उन्होंने कहा कि विपक्ष को 27 मार्च को एक और झटका लगेगा।

इमरान खान अपनी सरकार बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। वहीं पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख राशिद ने एक बयान देते हुए कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग 4 अप्रैल को होगी। साथ ही राशिद ने दावा किया कि पाकिस्तान में इमरान खान की लोकप्रियता कई गुना बढ़ गई है।