अमेरिका ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान को पाक तालिबान और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी समूहों के बीच अंतर नहीं करना चाहिए एवं मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं को न्याय के जद में लाने और पीड़ितों को इंसाफ सुनिश्चित किए जाने के बाद ही वाशिंगटन संतुष्ट होगा।

अमेरिकी विदेश उप मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि पाकिस्तान को उसके सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ की ओर से अपने एक बयान के जरिए तय किए इस ‘मानक’ पर खरा उतरना चाहिए कि पाक तालिबान और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के अंतर नहीं होगा।

मुंबई 2008 के आतंकी हमले पर उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका पीड़ितों के लिए न्याय का प्रयास करने में साथ हैं। भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए ब्लिंकन ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इंसाफ हो जाने तक कोई संतुष्ट होगा। तब तक कोई भी संतुष्ट नहीं हो सकता।’