कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान कई बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी फजीहत करवा चुका है। एक बार फिर सऊदी अरब में पाकिस्तान को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है। सऊदी अरब के प्रधानमंत्री ने कश्मीर के मुद्दे को द्विपक्षीय बताते हुए पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि इस बार सऊदी अरब कश्मीर के मुद्दे पर उनका समर्थन करेगा, लेकिन ज्वाइंट स्टेटमेंट में सऊदी अरब के पीएम ने दो तू कहा कि जम्मू कश्मीर का मुद्दा द्विपक्षी है और भारत और पाकिस्तान को बातचीत कर विवाद को सुलझाना चाहिए।
अब समझने वाली बात ये है कि भारत का स्टैंड एकदम साफ है और वो कश्मीर मुद्दे पर किसी भी हाल में मध्यस्थता नहीं चाहता है। कोई भी तीसरा देश हस्तक्षेप करें, इसे भारत ने कभी बर्दाश्त नहीं किया। अब सऊदी अरब ने भारत के इस स्टैंड का मान रखते हुए पाकिस्तान को सबसे बड़ा सियासी झटका दे दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान के नए-नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस समय सऊदी अरब के दौरे पर हैं।
वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब जम्मू कश्मीर के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान ने इंटरनेशनल मंच से भारत को घेरने की कोशिश की हो। लेकिन हर बार हर प्लेटफार्म पर उसे बेइज्जती झेलनी पड़ती है। उन मंचों पर भारत के ही तेज तरार लोगों की तरफ से पाकिस्तान को ऐसे करारे जवाब मिले हैं कि उसके अधिकारियों की विदेश नीति पूरी तरह फेल हो जाती है।
बात अगर पाकिस्तान की करें तो यहां पर अभी कुछ समय पहले ही चुनाव संपन्न हुए हैं। चुनाव में बड़े स्तर पर धांधली के आरोप लगे थे उसे चुनाव में इमरान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सबसे ज्यादा जीते, लेकिन उसके बाद भी नवाज शरीफ की पार्टी ने बिलावल की पार्टी के साथ गठबंधन किया और सरकार बना ली। पहले कहां जा रहा था कि नवाज शरीफ खुद पीएम पद की शपथ लेंगे, लेकिन बाद में उन्होंने एक बार फिर शहबाज शरीफ को आगे कर दिया।