जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान दुनियाभर से समर्थन पाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अभी तक उसे कोई सफलता नहीं मिली है। अब इस मुद्दे पर पाकिस्तान के मीडिया ने ही पाकिस्तानी सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बीते दिनों एक ट्वीट कर दावा किया था कि उन्हें जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर 58 देशों का समर्थन हासिल है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का एक पाकिस्तानी टीवी न्यूज चैनल ने इटरव्यू किया।
इस इंटरव्यू के दौरान पत्रकार ने जब शाह महमूद कुरैशी से उन 58 देशों के नाम जानने चाहे, जो जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं, तो इस सवाल पर शाह महमूद कुरैशी बुरी तरह से झल्ला गए। कुरैशी इतना नाराज हो गए कि उन्होंने पत्रकार से पूछ लिया कि “कोई एजेंडा तो लेकर नहीं आए हैं?”
गौरतलब है कि शाह महमूद कुरैशी ने भी जम्मू कश्मीर मुद्दे पर यूएन की मानवाधिकार परिषद में 50 से ज्यादा देशों का समर्थन मिलने की बात कही थी। जब पत्रकार जावेद चौधरी ने शाह महमूद कुरैशी को उनके ट्वीट की याद दिलायी तो कुरैशी आग बबूला हो गए और उनका ट्वीट दिखाने की बात कही। इस पर जब कुरैशी को उनका ट्वीट दिखाया गया तो वह बैकफुट पर नजर आए और बोले कि उन्हें इसमें कुछ भी गलत नजर नहीं आता और वह अभी भी अपनी बात पर कायम हैं।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि ‘जम्मू कश्मीर मुद्दा कोई टी-20 मैच नहीं है, बल्कि यह एक टेस्ट मैच है। जो मुद्दा पिछले 72 सालों में नहीं सुलझा उसे आप कुछ दिन में सुलझा लेंगे? कुरैशी ने कहा कि वह वक्त आने पर जम्मू कश्मीर मुद्दे पर दुनिया के देशों से समर्थन मांगेंगे।’
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मुश्किलों में घिरे दिखाई दे रहे हैं। दरअसल पाकिस्तान में एक बार फिर से तख्तापलट की अटकलें लगायी जा रही हैं। जिस तरह से पाकिस्तानी सेना के चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने हाल ही में पाकिस्तान के व्यापारियों और प्रमुख लोगों के साथ बैठक की और पाकिस्तान की दक्षिणपंथी पार्टी जमीयत उलेमा ए इस्लाम फज्ल के नेता मौलाना फज्लुर रहमान ने इमरान सरकार के खिलाफ आजादी मार्च का ऐलान किया है, उससे इमरान सरकार के तख्तापलट की आशंका जतायी जा रही है। विरोधी पार्टियां इमरान सरकार पर आर्थिक मोर्चे पर विफलता को लेकर निशाना साध रही हैं।

