पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री युसुफ रजा गिलानी के अपहृत बेटे अली हैदर गिलानी को अमेरिका और अफगानिस्तान की सेनाओं द्वारा चलाए गए एक संयुक्त अभियान में अफगानिस्तान से मंगलवार (10 मई) को छुड़ा लिया गया। संदिग्ध तालिबान आतंकियों द्वारा तीन साल पहले उसका अपहरण किया गया था। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘अफगानी और अमेरिकी सुरक्षा बलों द्वारा एक संयुक्त अभियान में अली हैदर गिलानी को अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में मंगलवार (10 मई) को ढूंढ निकाला गया।’’
अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोहम्मद हनीफ अतमार ने विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज को फोन पर सूचित किया कि अली हैदर गिलानी को मंगलवार (10 मई) गजनी प्रांत में ढूंढ निकाला गया है। अली को पाकिस्तान पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है जिसके लिए आवश्यक चिकित्सा जांच की जा रही है।’’ मंगलवार (10 मई) के घटनाक्रम से दो महीने पहले पंजाब के मरहूम गवर्नर सलमान तासीर के अपहृत बेटे को पाकिस्तानी सेना द्वारा क्वेटा के निकट एक अभियान में छुड़ाया गया था।
हैदर को छुड़ाए जाने की खबर सबसे पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्विटर पर दी। बिलावल ने कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री गिलानी को अफगानिस्तान के राजदूत ने फोन करके बताया कि अफगानिस्तान में एक सफल अभियान में अली हैदर गिलानी को छुड़ा लिया गया है।’’
अली को मुल्तान में 9 मई, 2013 को बंदूकधारियों ने अगवा कर लिया था जब वह मुल्तान के फारुख टाउन में एक समर्थक के घर के बाहर नुक्कड़ सभा से निकल रहे थे। अपहरण की इस घटना के दो दिन बाद वहां आम चुनाव होने थे जिसमें वह भी चुनाव उम्मीदवार थे। अपहरण की इस घटना में अली हैदर गिलानी के दो साथियों को मार दिया गया था।
यहां जारी रपटों में अफगानिस्तान के राजदूत के हवाले से कहा गया है, ‘‘हैदर अल-कायदा की गिरफ्त में थे। उन्हें विशेष बलों के एक अभियान के दौरान छुड़ाया गया है।’’ उन्होंने कहा कि हैदर की सेहत अच्छी है और उन्हें एक विशेष विमान से घर भेजा जाएगा। हैदर के भाई अब्दुल कादिर गिलानी ने कहा, ‘‘विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने मुझे मेरे भाई को छुड़ाए जाने के बारे में बताया। हैदर को सुरक्षित छुड़ाए जाने की खुशखबरी सुनकर मैं और मेरा पूरा परिवार बहुत खुश है।’’
हैदर की रिहाई का जश्न मनाने के लिए गिलानी के आवास के बाहर बड़ी तादाद में पीपीपी के कार्यकर्ता एकत्र हुए। पूर्व प्रधानमंत्री गिलानी ने पिछले साल कहा था कि अपहरणकर्ताओं ने उनसे संपर्क किया था और हैदर की रिहाई के लिए फिरौती मांगी थी। पिछले साल एक वीडियो संदेश में हैदर ने कहा कि अपहरणकर्ता शुरुआत में उसकी रिहाई के लिए दो अरब रुपए मांग रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने फिरौती की रकम घटाकर 50 करोड़ रुपए कर दी थी। हैदर के पिता ने कहा था कि वह फिरौती की रकम देने को तैयार हैं।