पाकिस्तान में हाल ही में हुए चुनाव में आश्चर्यजनक रूप से अगले प्रधानमंत्री के रूप में शहबाज शरीफ का नाम आगे है। पाकिस्तान में प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच चुनाव बाद का समझौता हो गया है जिसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ देश के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। अगर सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो देश में अगले महीने की शुरुआत में छह-दलीय गठबंधन सरकार के सत्ता संभालने की संभावना है।

प्रधानमंत्री पद हासिल करने की दौड़ में शहबाज भाई नवाज शरीफ से आगे

सूत्रों के मुताबिक देश में शक्तिशाली सेना के समर्थन से प्रधानमंत्री का प्रतिष्ठित पद हासिल करने की दौड़ में शहबाज शरीफ अपने भाई नवाज शरीफ से आगे निकल गए हैं। पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, प्रशासन और सरकार से जुड़े शक्तिशाली लोग नवाज की तुलना में शहबाज के साथ काम करने में अधिक सहज हैं। हालांकि, नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने तुरंत अपने पिता के राजनीतिक करियर के बारे में अटकलों को खारिज करने की कोशिश की।

मरियम नवाज ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ नवाज शरीफ चौथी बार प्रधानमंत्री बनना चाहते थे लेकिन खंडित जनादेश के बाद वह शीर्ष पद से हट गए हैं। उनके पिता गठबंधन सरकार का नेतृत्व नहीं करना चाहते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता का राजनीतिक करियर अभी खत्म नहीं हुआ है। इस अनुमान में भी कोई सच्चाई नहीं है कि नवाज शरीफ ने राजनीति छोड़ने का फैसला किया है। वह संघीय और पंजाब सरकारों की निगरानी करेंगे और अपनी सही भूमिका निभाएंगे।”

कौन हैं शहबाज शरीफ?

72 वर्षीय शहबाज अगस्त 2023 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे, जब नेशनल असेंबली को नए चुनावों के लिए भंग कर दिया गया था। वह ठीक एक साल पहले अप्रैल 2022 में इमरान खान के सत्ता से हटने के बाद सत्ता में आए थे। इससे पहले उन्होंने 1997-1999 तक तीन बार पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया था। जिसके बाद परवेज़ मुशर्रफ द्वारा उन्हें और उनके परिवार को 2008-2013 तक और 2013-2018 तक सऊदी अरब में निर्वासित कर दिया गया था।

शहबाज़ उद्योगपति मुहम्मद शरीफ़ के दूसरे बेटे हैं। उनका परिवार मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है। इससे पहले, शहबाज़ को मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार और पुलिस की बर्बरता के आरोपों का सामना करना पड़ा था। उनकी तीन शादियां हो चुकी हैं। नुसरत शहबाज़ से (1973 में), आलिया हनी से (1993 में), और 2003 में लेखिका तहमीना दुर्रानी से।

पाकिस्तान चुनाव परिणाम

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) समेत तीनों दलों में से किसी को भी आठ फरवरी को हुए आम चुनावों में नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल करने के लिए आवश्यक सीटें नहीं मिली हैं। इसलिए इनमें से कोई भी दल अकेले सरकार बनाने में सक्षम नहीं है।

वहीं, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने बृहस्पतिवार को पूर्व सैन्य तानाशाह अयूब खान के पोते और पार्टी महासचिव उमर अयूब खान को प्रधानमंत्री पद के अपने उम्मीदवार के रूप में नामित किया है। उमर अयूब खान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के हरिपुर से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) के उम्मीदवार के रूप में 2013 का चुनाव हारने के बाद 2018 के आम चुनाव से पहले पीटीआई में शामिल हो गए थे।