दुनियाभर में खुद को शक्तिशाली साबित करने की कोशिश करने वाले पाकिस्तान की एक बार फिर फजीहत हुई है। दुनिया के 10 सबसे ज्यादा कर्जदार देशों की लिस्ट में उसका नाम आया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान पर 3 साल पहले तक 24.95 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज था। इमरान सरकार ने 3 साल में 14.9 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज फिर लिया। अब हालात ये हैं कि पाकिस्तान पर 39.9 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज है। इस हिसाब से हर पाकिस्तानी नागरिक पर 1.88 लाख रुपए का कर्ज है।

विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में ये जानकारी मिली है कि पाकिस्तान उन 10 देशों में से एक है, जिसने बाहरी देशों या संस्थाओं से उधार लिया है।

खबर ये भी है कि अब पाकिस्तान को विदेशों से कर्ज मिलने में मुश्किल हो सकती है क्योंकि डेट सर्विस सस्पेंशन इनीशिएटिव (DSSI) के तहत पाकिस्तान के सभी कर्ज सस्पेंड हो सकते हैं।

बता दें कि डेट सर्विस सस्पेंशन इनीशिएटिव के तहत विकासशील देशों को मिलने वाले कर्ज को कुछ समय के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है।

इस समय पाकिस्तान की आर्थिक हालत काफी खराब है और उसने करीब 4 महीने पहले चीन के सामने हाथ फैलाए थे और कहा था कि उसका कर्ज माफ कर दिया जाए। लेकिन चीन ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया था।

इमरान खान की सरकार ने 300 करोड़ डॉलर माफ करने की अपील की थी। ये कर्ज चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर के तहत लिया गया था।

बता दें कि हालही में इमरान सरकार के एक मंत्री ने मंहगाई से बचने के लिए अजीबो-गरीब सलाह दी थी। उन्होंने पाकिस्तानी नागरिकों से कहा था कि रोटी कम खाएं और चाय में चीनी कम डालें।

‘पीओके मामलों’ के मंत्री और पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के नेता अली अमीन गंडापुर के इस बयान के बाद पाकिस्तान में इमरान सरकार की खूब किरकिरी हुई थी और सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी खरी-खोटी सुनाई थीं।

दरअसल इमरान सरकार के मंत्री ने कहा था कि अगर मैं चाय में शक्कर के 100 दाने डालता हूं और इसमें 9 दाने कम डालूं तो क्या वह कम मीठी रहेगी? क्या हम अपने देश के लिए इतनी कुर्बानी भी नहीं दे सकते? उन्होंने कहा था कि अगर मैं रोटी के सौ निवाले में से 9 निवाले कम कर दूं तो क्या हो जाएगा?