Bangladesh News: मुल्क में तख्तापलट के बाद भारत आईं पूर्व पीएम शेख हसीना (Sheikh Hasina) के प्रत्यर्पण और हिंदुओं पर अत्याचारों को लेकर भारत से टकराव के बीच बांग्लादेशी सरकार लगातार पाकिस्तान से नजदीकियां बढ़ा रही है। पाकिस्तान को ट्रेड में सहूलियतें देने के साथ ही अब अंतरिम सरकार को अब ISI से नजदीकियां भी रास आ रही हैं। इसका नतीजा ये हैं कि ISI ढाका तक पहुंच गई है।
दरअसल, कुछ समय पहले बांग्लादेश आर्म्ड फोर्सेज के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल कमर-उल-हसन इस्लामाबाद गए थे। अब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारी अपनी हाई लेवल टीम के साथ ढाका पहुंचे हैं। इस टीम में पाकिस्तान के मिलिट्री डिप्लोमेट रह चुके मेजर जनरल शाहिद अमीर अफ्सर, दो ब्रिगेडियर, आलम आमिर अवान और मुहम्मद उस्मान जतीफ भी पहुंचे हैं।
बांग्लादेश-पाकिस्तान के बीच क्यों इतनी नजदीकियां
जानकारी के मुताबिक, ISI के ये अधिकारी 24 जनवरी तक बांग्लादेश में ही रहने वाले हैं। इस यात्रा को अहम इसलिए माना जा रहा है क्योंकि दोनों देशों के बीच इतनी ज्यादा नजदीकियां कई दशकों के बाद देखने को मिल रही हैं, जो कि भारत के लिए एक दो मोर्चों का चैलेंज बन सकती है। इसकी वजह यह है कि पाकिस्तान आने वाले समय में बांग्लादेश का इ्स्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए कर सकता है।
शेख हसीना की वापसी को लेकर भारत को गीदड़भभकी देने लगा बांग्लादेश
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच सैन्य और खुफिया संबंधों में बढ़ोतरी मोहम्मद यूनुस के सत्ता संभालने के बाद तेज हुई है। पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश आने वाले पाकिस्तानी लोगों के लिए भी मोहम्मद यूनुस सरकार ने ज्यादा सहूलियतें कर दी हैं। वहीं ट्रेड को स्मूथ बनाने को लेकर भी दोनों देश लगातार बातचीत कर रहे हैं।
दोनों देश मजबूत कर रहे हैं रिश्ते
बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना के हटने के बाद जिस तरह से शहबाज शरीफ सरकार मोहम्मद यूनुस के साथ रिश्ते बना रही है, वो संकेत दे रहा है कि असल में पाकिस्तान क्षेत्र में अपनी ताकत मजबूत करने के प्रयास कर रही है। दूसरी ओर मोहम्मद यूनुस लगातार भारत विरोध में उसके विरोधियों के साथ करीबियां बनाने के प्रयासों में लगे हुए हैं।
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बांग्लादेश में ISI का दखल भारत के लिए सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक हो सकता है क्योंकि इससे देश मेें असामाजिक तत्व अप्रिय घटनाओं को भी अंजाम दे सकते हैं। दूसरी ओर मोहम्मद यूनुस चीन के साथ भी अपने रिश्ते मजबूत कर रहे हैं, या यूं कहें कि चीन के इशारों पर चल रहे हैं, जबकि चीन भारत के लिए लगातार चुनौतियां पेश कर रहा है।
ऐसे में चीन पाकिस्तान और बांग्लादेश की इन करीबियों के चलते भारत को तीन मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। बांग्लादेश से संबंधित अन्य सभी खबरों को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।