Pakistan Afghan Taliban Firing: अफगान तालिबान के अधिकारियों ने पाकिस्तान सरकार पर वादे से मुकरने का आरोप लगाते हुए सीमा पार से मुख्य व्यापार एक रास्ता तोरखम बॉर्डर को बंद कर दिया है। इससे पहले पाकिस्तान ने अफगानी मरीजों और उनके तीमारदारों को इलाज के लिए अपनी सीमा में आने से रोका था। इस मामले को लेकर सोमवार सुबह पाकिस्तान बॉर्डर गार्ड्स और अफगान तालिबान फोर्सेस के बीच जमकर गोलाबारी की खबर है। इस क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में दोनों तरफ के लोगों के मरने की आशंका है। हालांकि, अभी तक मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है।

बढ़ता जा रहा अफगान तालिबान और पाकिस्तान का विवाद

‘द डॉन’ में छपी खबर के मुताबिक तोरखम के अफगान तालिबान कमिश्नर ने पुष्टि करते हुए कहा कि ट्रैवल और ट्रांजिड ट्रेड के लिए बॉर्डर प्वाइंट को बंद कर दिया गया है। काबुल पर हथियारों के बल पर कब्जे के बाद से ही अफगान तालिबान और पाकिस्तान के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही आर्थिक तौर पर दिवालिया होने के काफी करीब पहुंच चुका पाकिस्तान एक के बाद एक भयानक मुश्किलों से घिरता जा रहा है। सीमा पर आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के हमलों के बीच अब अफगान तालिबान ने भी उसकी परेशानियों को बढ़ा दिया है।

रविवार को बंद किया गया था तोरखम व्यापार मार्ग

अधिकारियों ने कहा कि दो पड़ोसियों के बीच बढ़ते तनाव के बीच अफगानिस्तान के तालिबान शासकों द्वारा तोरखम सीमा को बंद करने के एक दिन बाद पाकिस्तानी सीमा रक्षकों और अफगान तालिबान बलों ने सोमवार सुबह सीमा पार से एक-दूसरे पर गोलीबारी की। पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि रविवार को अफगान तालिबान ने एक प्रमुख व्यापार मार्ग तोरखम को बंद कर दिया। इससे पहले पाकिस्तान द्वारा अफगान मरीजों और उनके देखभाल करने वालों को यात्रा दस्तावेजों के बिना चिकित्सा देखभाल के लिए पाकिस्तान में प्रवेश करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।

पूर्वी नांगरहार प्रांत में सीमा पार की यात्रा से परहेज की सलाह

एक स्थानीय पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी खालिद खान ने सीमा बंद होने की पुष्टि की। उन्होंने पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित तोरखम में रुक-रुक कर होने वाली गोलीबारी के बारे में भी बताया। पाकिस्तान की सेना और विदेश मंत्रालय ने फिलहाल इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है। तोरखम में तालिबान द्वारा नियुक्त आयुक्त मुल्ला मोहम्मद सिद्दीक ने कहा कि पाकिस्तान अपनी “प्रतिबद्धताओं का पालन नहीं कर रहा है, इसलिए क्रॉसिंग प्वाइंट को बंद कर दिया गया।” सिद्दीक ने अफ़गानों को सलाह दी कि वे अगली सूचना तक देश के पूर्वी नांगरहार प्रांत में अफ़ग़ानिस्तान की ओर स्थित सीमा पार की यात्रा करने से बचें।

अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर गोलीबारी आम बात

दरअसल, अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर सीमा पार से गोलीबारी आम बात है। पहले भी दोनों ही पक्ष ने कई कारणों से दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में तोरखम और चमन सीमा को भी बंद कर दिया है। दोनों क्रॉसिंग व्यापार और यात्रा के लिए लैंडलॉक अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण हैं।
तालिबान ने अगस्त 2021 में अमेरिकी दखल हटने के बाद रूप में अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा कर लिया। क्योंकि नाटो सैनिक भी 20 साल के युद्ध के बाद देश से हट रहे थे।

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पाकिस्तान ने अब तक नहीं दी अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता

बाकी दुनिया की तरह पाकिस्तान ने भी अब तक अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है। हालांकि, इस्लामाबाद में सरकार ने गंभीर रूप से बीमार या घायल अफगानों को सीमित संख्या में कार्यवाहकों के साथ चिकित्सा उपचार के लिए पाकिस्तान में प्रवेश करने की अनुमति दी है। इसके साथ ही इस्लामाबाद ने अफगान तालिबान से पाकिस्तानी आतंकवादियों को पनाहगाह देना बंद करने और पाकिस्तान पर सीमा पार हमले शुरू करने से रोकने की मांग की है।