पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत ने एकतरफा ढंग से चिनाब नदी के प्रवाह को बदल दिया है। पाकिस्तान ने कहा है कि ऐसा करना जल युद्ध है। इस मामले में इस्लामाबाद की ओर से नई दिल्ली को एक पत्र लिखा गया है।
कराची से प्रकाशित होने वाले अखबार डॉन के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने गुरुवार को कहा कि नदी के प्रवाह में अचानक किए गए इन बदलावों से उसके देश में खेती, खाद्य सुरक्षा और आजीविका के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
इसके साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी के जल विवाद ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है। चिनाब नदी सिंधु नदी प्रणाली का हिस्सा है।
‘पाकिस्तान ने किया सिंधु जल संधि का उल्लंघन…’
भारत ने स्थगित कर दी थी सिंधु जल संधि
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को स्थगित कर दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा। मोदी ने कहा था कि सिंधु जल संधि को लेकर किया गया समझौता भारत को मंजूर नहीं है। पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 26 नागरिकों को मार डाला था।
सितंबर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बहस को संबोधित करते हुए सिंधु जल संधि को स्थगित करने के भारत के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई थी। भारत और पाकिस्तान के बीच 19 सितंबर, 1960 को सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।
‘सिंधु जल समझौता अन्यायपूर्ण और एकतरफा, हमें मंजूर नहीं…
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हमारे सिंधु जल आयुक्त ने सिंधु जल संधि में निहित प्रक्रियाओं के अनुसार इन मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगते हुए अपने भारतीय समकक्ष को एक पत्र लिखा है।’’
ताहिर अंद्राबी ने कहा, ‘‘हम भारत से आग्रह करते हैं कि वह पाकिस्तानी सिंधु जल आयुक्त द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे, नदी के प्रवाह में किसी भी एकतरफा हेरफेर से परहेज करे और सिंधु जल संधि के प्रावधानों के तहत अपनी जिम्मेदारियों का पालन करे।’’
ताहिर अंद्राबी ने कहा कि भारत के साथ विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए पाकिस्तान प्रतिबद्ध है लेकिन अपने लोगों के अस्तित्व से जुड़े जल अधिकारों को लेकर वह कोई समझौता नहीं करेगा। ताहिर अंद्राबी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला चिकित्सक का नकाब हटाने की घटना पर भी ऐतराज जताया।
सिंधु जल संधि क्या है? इसके रद्द होने से पाकिस्तान पर क्या प्रभाव पड़ेगा
