Pakistan vs Afghanistan: पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में तालिबान के कई संदिग्ध ठिकानों पर एयर स्ट्राईक हमले किए हैं। इन हमलों में तालिबान के एक प्रशिक्षण केंद्र को तबाह कर दिया है, जिसमें कथित तौर पर कुछ आतंकी भी मारे गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ये हमले पाकिस्तान से लगने वाली सीमा के पास अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के पहाड़ी इलाकों में किए गए। हालांकि, अधिकारियों ने यह नहीं बताया है कि पाकिस्तानी जेट्स सीमा पार करके अफगानिस्तान गए थे या नहीं।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि पाकिस्तान की सेना का कोई प्रवक्ता तत्काल विस्तृत जानकारी देने के लिए उपलब्ध नहीं था लेकिन यह मार्च के बाद से पाकिस्तानी तालिबान के कथित ठिकानों पर दूसरा ऐसा हमला था, जब पाकिस्तान ने कहा था कि अफ़गानिस्तान के अंदर सीमावर्ती क्षेत्रों में खुफिया जानकारी के आधार पर हमले किए गए थे।
तालिबान ने जारी किया बयान
काबुल में अफगान रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमलों की निंदा करते हुए कहा कि बमबारी में महिलाओं और बच्चों सहित नागरिकों को निशाना बनाया गया। इसमें कहा गया है कि अधिकांश पीड़ित वजीरिस्तान क्षेत्र से आये शरणार्थी थे।
तालिबान के मंत्रालय ने कहा कि इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान इसे सभी अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों के खिलाफ एक क्रूर कृत्य और घोर आक्रामकता मानता है तथा इसकी कड़ी निंदा करता है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पाकिस्तान के हवाई हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम आठ लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
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तालिबान बोला सुरक्षा- हमारा अधिकार है
एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में अफगान रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी पक्ष को यह पता होना चाहिए कि इस तरह के एकतरफा उपाय किसी समस्या का समाधान नहीं हैं। इस्लामिक अमीरात इस कायरतापूर्ण कृत्य को अनुत्तरित नहीं छोड़ेगा, बल्कि अपने क्षेत्र और भूभाग की रक्षा को अपना अविभाज्य अधिकार मानता है।
मोहम्मद सादिक की अफगान यात्रा के दौरान हमला
यह हमला अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि मोहम्मद सादिक के काबुल दौरे के कुछ घंटों बाद हुआ, जहां वे द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने और संबंधों में सुधार लाने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने गए थे।
सादिक ने इस यात्रा के दौरान अफगानिस्तान के कार्यवाहक आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी से मुलाकात की और अपने चाचा खलील हक्कानी की 11 दिसंबर को हुई हत्या पर अपनी संवेदना व्यक्त की। वह शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्री थे, जिनकी मौत एक आत्मघाती बम विस्फोट में हुई थी, जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह के एक क्षेत्रीय सहयोगी ने ली थी। पाकिस्तान से जुड़ी अन्य खबरों को पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे।