पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाना चाहते हैं, उन्होंने कहा कि “उन्हें अतीत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता” ऐसा उन्होंने तब कहा जब उनसे मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के बारे में पूछा गया। इमरान खान ने इस्लामाबाद में एनडीटीवी से कहा कि, हम अतीत में नहीं रह सकते हैं। हमारे पास भी भारत में वॉन्टेड की लिस्ट है। हमारी मिट्टी से आतंक होना पाकिस्तान के हित में नहीं है। दाऊद इब्राहिम 1993 बम धमाकों का मास्टरमाइंड है। मुंबई के विभिन्न स्थानों पर 12 बम धमाके हुए थे, इसमें 257 लोगों की मौत हो गई थी और 700 से ज्यादा घायल हो गए थे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की समिति द्वारा वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध, दाऊद इब्राहिम गिरफ्तारी से बचने के लिए पाकिस्तान में रह रहा है।
भारत का दावा है कि पाकिस्तान उसे पनाह दे रहा है, इस साल इसकी पुष्टि तब हुई जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा जारी आतंकवादी संगठनों और आतंकवादियों की नई लिस्ट में दाऊद इब्राहिम का नाम और उसका कराची का पता शामिल था। मुंबई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद, पाकिस्तान में घूमता रहता है, इमरान खान ने कहा, “हफीज सईद के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध हैं। जमात-उद-दावा प्रमुख पर पहले से ही शिकंजा कसा हुआ है। ये मुद्दे हैं जो हमें विरासत में मिले हैं “। 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद हाफिज सईद को घर में नजरबंद करके रखा गया था, लेकिन 2009 में पाकिस्तान की एक अदालत ने उसे मुक्त कर दिया था। आतंकवादी गतिविधियों में उसकी भूमिका के लिए उस पर अमेरिका ने 10 मिलियन डॉलर करीब 7 करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था।
30 मिनट तक चलने वाली बातचीत में इमरान खान ने स्पष्ट किया कि वह वार्ता के लिए क्यों आक्रामक तरीके से पिचिंग कर रहे थे। “संसद हमले के बाद, मैंने देखा कि दोनों सेनाएं आमने सामने आती हैं, और फिर मुंबई हमले के बाद वापस चली जाती हैं। अमन की ख्वाहिश तब से है”। करतारपुर कॉरिडोर के लिए ग्राउंडब्रैकिंग समारोह के बाद इमरान खान ने कहा था कि उनकी सरकार और पाकिस्तान सेना दोनों भारत के साथ “सभ्य रिश्ते” चाहते हैं, और दावा किया कि कश्मीर विवाद को केवल वार्ता के माध्यम से सुलझाया जा सकता है।