भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के बीच बैंकाक में हुई चौंकाने वाली मुलाकात का स्वागत करते हुए पाक मीडिया ने इसे दोनों पड़ोसियों के बीच के रिश्तों पर जमी बर्फ का पिघलना करार दिया और इसे पिछले महीने बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा की करारी हार के बाद का ‘साइड इफेक्ट’ करार दिया। डॉन ने टिप्पणी की कि हाल में नियुक्त किए गए पाकिस्तान के एनएसए सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल नासिर खान जांजुआ और उनके भारतीय समकक्ष अजित डोभाल के बीच हुई शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण मुलाकात को राजनीतिक पंडितों की ओर से बिहार विधानसभा चुनावों के साइड इफेक्ट के तौर पर देखा जा रहा है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। अखबार ने यह भी कहा कि मुलाकात के बाद जारी संयुक्त बयान दिखाता है कि नई दिल्ली अपने हालिया रुख से पीछे हट रही है और अन्य मुद्दों के साथ जम्मू-कश्मीर पर चर्चा करने पर भी सहमत हो रही है।

अखबार ने कहा कि दोनों देशों के बीच की वार्ता के भविष्य के बारे में अंदाजा लगा पाना मुश्किल नहीं है। रचनात्मक संपर्क को आगे कौन बढ़ाएगा, यह साफ नहीं है। इससे तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। डॉन ने लिखा कि भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भविष्य की वार्ता की अगुआई करने की अनुमति देने से विदेश मामलों की नौकरशाही को शामिल करना पड़ेगा, जो मोदी के कामकाज का पसंदीदा तौरतरीका नहीं है।

द न्यूज इंटरनेशनल ने बैंकाक में हुई मुलाकात को कामयाबी करार दिया। इस अखबार ने लिखा- पेरिस में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बमुश्किल एक हफ्ते बाद रविवार को बैंकाक में एक अहम कामयाबी तब मिली, जब दोनों पक्षों के एनएसए ने एक लंबी मुलाकात की। अखबार ने यह भी लिखा कि तीसरे देश में हुई गोपनीय मुलाकात के कारण एक ऐसा समझौता हुआ जिसकी बेहद जरूरत थी और जिसके तहत दोनों पक्ष रचनात्मक संपर्कों को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए।

दक्षिणपंथी अखबार द नेशन ने अपने पहले पन्ने पर वार्ता का समर्थन किया। अखबार ने लिखा- पाकिस्तान और भारत के बीच महीनों चली कहासुनी के बाद उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और विदेश सचिवों ने बैंकाक में गोपनीय मुलाकात की और दोनों देशों के बीच के शांति व सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा कि पाक व भारत के एनएसए और विदेश सचिवों ने एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में मुलाकात की जिससे दोनों देशों के रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलने की संभावना है। अखबार ने लिखा कि दोनों देशों के एनएसए के बीच चार घंटे तक मुलाकात चली। अखबार ने इसे दोतरफा संबंधों के लिए एक कामयाबी करार दिया। उर्दू प्रेस ने भी मुलाकात को पहले पन्ने पर जगह दी और उम्मीद जताई कि इससे आगे की वार्ताओं का रास्ता खुलेगा।