अमेरिका के राष्ट्रपति के खुफिया प्रमुख की ओर से नई तकनीकों के बढ़ते खतरों की चेतावनी दी जाने के बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा साइबर सुरक्षा से जुड़ी एक ‘राष्ट्रीय कार्य योजना’ लेकर आए हैं। खुफिया प्रमुख ने ओबामा से कहा था कि कि नई तकनीकें हैकरों के लिए संभावनाएं खोलती हैं।

ओबामा ने अपने बजट के अनुरोध में साइबर सुरक्षा के प्रयासों के लिए 19 अरब डॉलर की मांग की है। यह राशि मौजूदा स्तर से 35 प्रतिशत ज्यादा है। इस राशि में से की तीन अरब डॉलर की रकम सरकारी एजेंसियों में इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटरों के मरम्मत में मदद के लिए रखी गई है।

ओबामा ने कल व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को बताया, ‘अमेरिका को सुरक्षित रखने का अर्थ सिर्फ ज्यादा टैंक और ज्यादा विमान हासिल करना नहीं है। हमें ऑनलाइन सुरक्षा भी बढ़ानी होगी। जैसा कि हमने पिछले कुछ साल ..बल्कि पिछले कुछ दिनों में ही देखा है कि साइबर खतरे न सिर्फ हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बल्कि हमारी आर्थिक सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं।’

अमेरिकी खुफिया प्रमुख जेम्स क्लैपर ने सीनेट की सुनवाई के दौरान इन खतरों को रेखांकित करते हुए कहा था कि कृत्रिम बुद्धिमता पर निर्भर करने वालीं और आपस में जुड़ी हुई मशीनें एवं प्रणालियां हैकरों के लिए नए दरवाजे खोल सकती हैं।