20वीं सदी में उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया का विभाजन आज भी दुनिया का सबसे बड़ा विवाद बना हुआ है। दोनों देशों में 70 साल पुरानी दुश्मनी चली आ रही है। लेकिन उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन के एक ताजा बयान से संकेत मिले हैं कि मुमकिन है कि दोनों देशों में कड़वाहट कम हो सकती है। बता दें कि किम जोंग ने कहा है कि, अक्टूबर की शुरुआत में दक्षिण कोरिया के साथ ‘हॉटलाइन’ बहाल करेंगे।

शांति बहाली के लिए कदम: ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने किम के हवाले से कहा कि हॉटलाइन बहाल होने से दोनों देशों के बीच शांति स्थापित होगी जोकि कोरियाई लोगों की भी इच्छा हैं। किम के इस बयान से एक ही दिन पहले उत्तर कोरिया ने बुधवार को दावा किया था कि उसकी तरफ से एक नई ‘हाइपरसोनिक मिसाइल’ का सफल परीक्षण किया गया है।

किम की अपील: किम जोंग ने दक्षिण कोरिया से अपील की है कि, वह अपने ‘‘अनुचित दोहरे व्यवहार’’ और ‘‘शत्रुतापूर्ण नीतियों’’ को छोड़ दे। वहीं इससे पहले किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने भी इसी मसले पर कहा था कि दक्षिण कोरिया अगर शत्रुतापूर्ण नीतियों को छोड़कर उत्तर कोरिया को उकसाना बंद करे तो उससे फिर बातचीत शुरू की जा सकती है। बता दें कि कोरियाई युद्ध के बाद से ही दोनों देशों में तनाव चला आ रहा है। दक्षिण कोरिया को ‘डराने’ के लिए उत्तर कोरिया अक्सर मिसाइल परीक्षण करता रहता है। वहीं वार्ता शुरू करने को लेकर उत्तर कोरिया के बयान का दक्षिण कोरिया की तरफ से स्वागत किया गया।

अमेरिका पर लगाया आरोप: बुधवार को किम ने देश की संसद को संबोधित करने के दौरान अमेरिका पर दुश्‍मनी बढ़ाने का आरोप लगाया। बता दें कि अमेरिका और उत्‍तर कोरिया की आपस में फरवरी 2019 से कोई वार्ता नहीं हुई है। इसके पहले अमेरिका के तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने हनोई सम्‍मेलन में किम जोंग उन से मुलाकात की थी। यह मीटिंग तभी संभव हुई थी जब नॉर्थ कोरिया ने वादा किया था कि, वो अपने सभी परमाणु हथियारों को त्‍याग देगा। हालांकि इसके बदले में उसने खुद पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग की थी।