संयुक्त राष्ट्र में छाये नकदी संकट के मद्देनजर महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पैसे बचाने के उपाय के तौर पर कई बैठकें रद्द करने, आधिकारिक यात्रा सीमित करने, एसी के खर्चे को कम करने आदि के आदेश दिए हैं। करीब एक दशक में नकदी संकट के सबसे खराब दौर से गुजर रहे संयुक्त राष्ट्र की सभी सुविधाओं और अभियानों में होने वाले खर्च को कम करने के मकसद से लिया गया यह आदेश सोमवार से लागू होगा। इसकी वजह से संयुक्त राष्ट्र के कामकाज भी कुछ हद तक प्रभावित होने की आशंका है।

खर्च कम करने के लिए जो उपाय अपनाए जा रहे हैं, उनके तहत नई हायरिंग पर पाबंदी लगा दी गई है। बिजली चलित सीढ़ियों और फव्वारों को बंद किया जा रहा है। यूएन मुख्यालय में काम के घंटों के बाद मीटिंग करने और देर रात रिसेप्शन आदि पर रोक लगा दी गई है। बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही नया फर्नीचर या कम्प्यूटर खरीदे जाएंगे। इसके अलावा, हीटर और एयर कंडीशन आदि शाम 6 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक बंद रखे जाएंगे। कॉन्फ्रेंस आदि के दौरान मुफ्त पानी आदि की सुविधाएं भी बंद हो सकती हैं।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने अपने सभी संस्थाओं के प्रमुखों को लिखे एक पत्र में कहा कि आपातकालीन उपाय ‘‘अगली सूचना तक काम करने की स्थिति और संचालन को प्रभावित करेंगे।’’ संयुक्त राष्ट्र की प्रबंधन प्रमुख कैथरीन पोलार्ड ने शुक्रवार को महासभा की बजट समिति को बताया कि 4 अक्टूबर तक संयुक्त राष्ट्र के 2019 के परिचालन बजट के लिए 128 देशों ने अपने बकाये के तौर पर 1.99 अरब डॉलर का भुगतान किया था। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 65 देशों पर 1.386 अरब डॉलर का बकाया है, जिसमें अमेरिका को 1 अरब डॉलर से अधिक देना है।

(भाषा इनपुट्स के साथ)