पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे इमरान खान के अब अपने ही बागी होने लगे हैं। मिली जानकारी के अनुसार पीटीआई के 24 सांसद बागी होकर अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं जिस आर्मी पर इमरान को भरोसा था, उसने इस मामले पर तटस्थ रहने का फैसला किया है।

विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद, सरकार के कुछ सहयोगियों ने इमरान खान का साथ छोड़ने के संकेत दिए थे, लेकिन इमरान के लिए असली झटका गुरुवार को सामने आया, जब उनकी ही पार्टी के लगभग 24 विधायक सरकार के खिलाफ जाने की धमकी दे दिए।

इस सांसदों में से एक, राजा रियाज ने जियो न्यूज को बताया कि खान महंगाई को नियंत्रित करने में विफल रहे है, जबकि एक अन्य सांसद नूर आलम खान ने समा न्यूज को बताया कि उनकी कई शिकायतों पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। खान ने कहा- “हम दो दर्जन से अधिक सांसद हैं, जो सरकार की नीतियों से खुश नहीं हैं। मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में गैस की कमी का मुद्दा कई बार उठाया, लेकिन कुछ नहीं किया गया।”

असंतुष्ट सांसद सिंध हाउस में रह रहे हैं, जो सिंध सरकार की संपत्ति है और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) द्वारा संचालित है। सिंध सरकार के एक प्रांतीय मंत्री और प्रवक्ता सईद गनी ने कहा कि सांसदों को डर है कि सरकार उनका अपहरण कर लेगी।

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के लगभग 100 सांसदों ने 8 मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय के सामने एक अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है। इस अविश्वास प्रस्ताव पर नेशनल असेंबली का सत्र 21 मार्च को बुलाए जाने की उम्मीद है। साथ ही इस पर मतदान 28 मार्च को होने की संभावना है।

पीएम इमरान खान के तमाम बयानों और ताने-बाने के बीच पाकिस्तान से आ रही खबरों से संकेत मिलता है कि विपक्ष दो विकल्पों पर विचार कर रहा है। एक पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के शहबाज शरीफ के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन और फिर आम चुनावों में जाया जाए। दूसरा पांच साल के लिए राष्ट्रीय सरकार बने, क्योंकि पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। समझा जाता है कि शाहबाज के भाई और निर्वासित नेता नवाज शरीफ जल्द चुनाव के पक्ष में हैं।