नेपाल-भारत विशिष्ट लोगों के समूह की पहली बैठक सोमवार (4 जुलाई) को काठमांडू में शुरू हुयी जिसमें नेपाल के विदेश मंत्री ने समूह से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि भारत-नेपाल संबंध ‘झटकों’ से मुक्त रहे । समूह को 1950 के शांति और मैत्री समझौता सहित महत्वपूर्ण द्विपक्षीय करार की समीक्षा करनी है। नेपाल के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री कमल थापा ने दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ किया जिसके बाद आठ सदस्यों की बंद कमरे में बैठक हुयी। इसमें चार-चार नेपाल और भारत के सदस्य हैं। ‘द हिमालयन टाइम्स’ के मुताबिक बैठक में संगठन के एजेंडे, समय, आचार संहिता के साथ ही कार्यकारी प्रक्रिया पर फैसला होगा। थापा ने कहा कि नेपाल और भारत समान भौगौलिक प्रारूप से जुड़े है जो कि उच्च्ंचे हिमालय से शुरू होता है और गंगा के मैदानों तक जाता है।