Nepal Flood: नेपाल में भारी बारिश और लैंडस्लाड ने भयंकर तबाही मचाई है, जिसकी चपेट में आकर अब तक 60 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। सरकार ने लोगों के लिए सर्च अभियान चलाया है। सरकार ने काठमांडू, भक्तपुर और ललितपुर जैसे त्रासदी से प्रभावित इलाकों में 20,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है।

नेपाल के बागमती प्रांत के पांच अलग-अलग जिलों में अतिरिक्त 19 मौतों की खबर सामने आई है, जबकि जलभराव और लैंडस्लाइड के चलते काठमांडू में 34 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कोशी प्रांत में पिछले 24 घंटों में 7 लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने बताया है कि देशभर में दर्जनों लोगों लापता है, जिनका हेलीकॉप्टर मोटरबोट्स स लोगों को बचाने का काम जारी है।

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पुलिस अधिकारी ने मृतकों की जानकारी

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक काठमांडू घाटी पुलिस कार्यालय के एसएसपी विनोघिमिरे ने एएनआ को बताया कि काठमांडू में 11 लोगों को मौत हुई है, जबकि ललितपुर में 18, भक्तपुर में 5 लोगों क मौत की जानकारी मिली है। सुरक्षा एजेंसियों, नेपाल सेना और सशस्त्र बलों ने अब तक रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए 1415 लोगों को बचाया गया है।

नेपाल के कोशी प्रांत के सीएम हिकमत कुमार कार्की ने बढ़ते जल स्तर की स्थिति जानने के लिए सुपौल में कोशी बैराज का दौरा किया। उन्होंने बतयाा है कि बाढ़ ने आखिरकार 5 से 7 वाहनों तीन मोटरसाइकिलों और अन्य वाहनों को बहा दिया है।

राहत बचाव के लिए प्रधानमंत्री ने दिए निर्देश

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक देश की करीब 44 जगहों पर हाईवे ठप पड़ गए हैं। इस बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री प्रकाश मान सिंह ने गृहमंत्री गृहसचिव और सुरक्षा एजेंसियों की इमरजेंसी बैठक बुलाई और राहत बचाव के काम को लेकर जरूरी निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा बाढ़ के कारण मुख्य इलेक्ट्रिसिटी लाइन बाधित होने के कारण लोगों को दिक्कतों को सामना करना पड़ा। हालांकि रात होते बिजली की आपूर्ति बहाल हो पाई।