भूकंप की भीषण त्रासदी झेल रहे नेपाल में पाकिस्तान की ओर से भेजी गयी राहत सामग्री में बीफ के पैकेट मिलने से लोगों में खासा गुस्सा है।

ब्रिटेन के अखबार डेली मेल में छपी खबरों के अनुसार भूंकप पीडितों के लिए भारत ,चीन, अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा पाकिस्तान की ओर से भी राहत सामग्री के तौर पर खाने पीने की चीजें बड़े पैमाने पर भेजी गयी हैं। इनमें तैयार (रेडी टू ईट) बीफ के पैकेट भी हैं।

नेपाल एक हिन्दू राष्ट्र हैं जहां गाय की पूजा की जाती है। इसके अलावा देश में गो वध पर पूरी तरह प्रतिबंध भी लगा हुआ है। ऐसे में राहत सामग्री में बीफ के पैकेट आने से स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है।

मीडिया में आ रही खबरों में इस बात की आशंका जतायी गयी है कि पाकिस्तान के इस कदम से दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (सार्क) के सदस्य देशों में कूटनीतिक संकट पैदा हो सकता है।

नेपाल में सहायता के लिए गए भारतीय चिकित्सक दल ने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान की ओर से भेजी गयी राहत सामग्री में बीफ के पैकेट शामिल हैं। चिकित्सा दल के डाक्टर काठमांडू के बीर अस्पताल में घायलों का उपचार कर रहे हैं।

डेली मेल ने नेपाल के एक सरकारी अधिकारी का हवाला देते हुए कहा है कि पाकिस्तान से पहुंची राहत सामग्री लेने जब वे हवाई अड्डे पहुंचे तो उन्होंने देखा कि खाने पीने के सामान में बीफ के पैकेट भी थे। उन्होंने बताया कि इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री सुशील कोइराला को दे दी गयी है और उनकी ओर से जांच का आदेश दे दिया है। रिपोर्ट मिलने और हालात सामान्य हो जाने के बाद पाकिस्तान सरकार के साथ यह मामला कूटनीतिक स्तर पर उठाया जाएगा।

PHOTOS नेपाल भूकंप: बदहाल हुए लोगों का गुस्सा फूटा

भारतीय चिकित्सा दल में शामिल एक डाक्टर ने बताया कि जब उन्होंने बीफ के पैकेट देखे तो उन्होंने पाकिस्तान से भेजी अन्य खाद्य सामग्री को भी हाथ नहीं लगाया और बाहर किसी होटल में जाकर खाना खाया। उन्होंने कहा कि अभी कई लोग राहत सामग्री में बीफ होने की खबर से अनजान है, जब उन्हें पता चलेगा तो वे बेहद नाराज होंगे।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पाकिस्तान ने ऐसा करके उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। ताज्जुब इस बात का है कि उसने इतने संवदेनशील मुद्दे पर एक बार गौर करने की जरूरत भी नहीं समझी। इस खबर ने नेपाल में सोशल मीडिया में कोहराम मचा रखा है।

इनपुट भाषा से