ओलंपिक में जेवलिन थ्रो में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा की तारीफ सरहद पार भी जमकर हो रही है। नीरज की तारीफ में पाकिस्तान के खिलाड़ी, पत्रकार और स्थानीय भी जमकर तारीफ कर रहे हैं। इसी तारीफ के बीच अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से भी सवाल पूछा जा रहा है।
दरअसल नीरज के गोल्ड जीतने के बाद पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम ने बधाई दी थी। अरशद नदीम भी जेवलिन थ्रो के फाइनल में थे और पांचवें नंबर पर रहे थे। एक इंटरव्यू के दौरान नीरज ने कहा कि अगर अरशद नदीम पोडियम पर होते अच्छा होता। अरशद नदीम की हार और पाकिस्तान की ओलंपिक में खराब प्रदर्शन ने वहां की इमरान सरकार को निशाने पर ले लिया। पाकिस्तान की जनता सरकार से सवाल पूछने लगी।
ओलंपिक में इस बार पाकिस्तान के सिर्फ 10 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। इतने कम खिलाड़ियों के ओलंपिक में जाने पर भी जनता का गुस्सा फूट पड़ा है और इमरान सरकार के उन दावों पर सवाल उठा रही है जिसमें वो खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाओं का दावा कर रहे थे। लोगों का कहना है कि इमरान खान की सरकार अगर बेहतर सुविधा दे रही है तो फिर इतने कम खिलाड़ी ओलंपिक में कैसे गए।
पाकिस्तानी खिलाड़ी अरशद नसीम एक बेहतर खिलाड़ी हैं, लेकिन उनके साथ गए सदस्य की संजीदगी का अंदाजा इसी से लगता है कि फाइनल में अरशद जब भाला फेंकने की तैयारी कर रहे थे तब उनके कोच फोन पर बात कर रह थे, जिससे अरशद को टाइम का पता ही नहीं चला और फिर जल्दबाजी में भाला फेंकना पड़ गया।
यहीं नहीं एक समय में हॉकी में पाकिस्तान के पास बेहतरीन टीम थी लेकिन पिछले 2 बार से पाकिस्तानी हॉकी टीम ओलंपिक के लिए क्वालिफाई भी नहीं कर पाई है। खिलाड़ियों की ट्रेनिंग का हाल ये है कि पाकिस्तान ओलंपिक एसोसिएशन ने सरकार को 20 करोड़ रुपया, यह कहते हुए लौटा दिया कि वो इन पैसों को खर्च करने में नाकाम रही है।
लोगों ने जब इमरान खान सरकार से सवाल पूछना शुरू किया और सरकार की कार्यप्रणाली को कठघरे में खड़ा करना शुरू किया तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वो खेल को लेकर ज्यादा वक्त नहीं दे पाए।