पश्चिमी म्यांमार के एक गांव पर सेना के हवाई हमले में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गयी। म्यांमार में हथियारबंद अल्पसंख्यक जातीय समूह के नियंत्रण वाले एक गांव पर सेना के हवाई हमले में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और लगभग 20 अन्य घायल हो गए। पदाधिकारियों ने दावा किया कि हवाई हमले से लगी आग में सैकड़ों घर जलकर खाक हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि हमला बुधवार को रामरी द्वीप पर क्यौक नी माव गांव में हुआ, जो पश्चिमी रखाइन प्रांत में अल्पसंख्यक जातीय समूह ‘अराकान सेना’ के नियंत्रण वाला क्षेत्र है। हालांकि, सेना ने इलाके में किसी हमले की पुष्टि नहीं की है। गांव की स्थिति की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है, क्योंकि क्षेत्र में इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवा तक पहुंच लगभग बाधित है।

हवाई हमले से लगी आग में 500 से ज़्यादा घर नष्ट

अराकान आर्मी के प्रवक्ता खैंग थुखा ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि बुधवार दोपहर एक जेट लड़ाकू विमान ने गांव पर बमबारी की, जिसमें 40 नागरिक मारे गए और 20 से अधिक घायल हो गए। खैंग थुखा ने कहा, “सभी मृतक नागरिक थे। मृतकों और घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।” खैंग थुखा ने बताया कि हवाई हमले से लगी आग पूरे गांव में फैल गई और 500 से ज़्यादा घर नष्ट हो गए।

हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि गांव को क्यों निशाना बनाया गया। स्थानीय चैरिटी समूह के नेता और स्वतंत्र मीडिया ने भी हवाई हमले और हताहतों की सूचना दी। सैन्य सरकार ने पिछले तीन सालों में सशस्त्र लोकतंत्र समर्थक समूहों पर हवाई हमले बढ़ा दिए हैं जिन्हें सामूहिक रूप से पीपुल्स डिफेंस फोर्स के नाम से जाना जाता है। दोनों समूह कभी-कभी सेना के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाते हैं।

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फरवरी 2021 में आंग सान सू ची की सरकार के तख्तापलट के बाद से हिंसा से जूझ रहा म्यांमार

गौरतलब है कि म्यांमार फरवरी 2021 में आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार के तख्तापलट के बाद से ही हिंसा से जूझ रहा है। सेना के शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शनों को कुचलने के लिए बल प्रयोग करने के बाद सैन्य शासन के कई विरोधियों ने हथियार उठा लिए और देश के ज्यादातर हिस्सों में सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव बरकरार है।

देश के सबसे बड़े शहर यांगून से 340 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित रामरी पर पिछले साल मार्च में अराकान आर्मी ने कब्जा कर लिया था। अराकान आर्मी राखीन जातीय अल्पसंख्यक आंदोलन की अच्छी तरह से प्रशिक्षित और अच्छी तरह से सशस्त्र सैन्य शाखा है जो म्यांमार की केंद्रीय सरकार से स्वायत्तता चाहती है। यह सशस्त्र जातीय समूहों के गठबंधन का भी सदस्य है।  देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ें jansatta.com का LIVE ब्लॉग

(एपी के इनपुट के साथ)