मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमलों से जुड़ा बम बनाने वाला एक पाकिस्तानी विशेषज्ञ शरणार्थी के रूप में यूरोपीय संघ में प्रवेश करने वाले विभिन्न आतंकियों में से एक है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, ये लोग यूरोप में हमला करने की इस्लामिक स्टेट की साजिश के तहत आए हैं।

जानकारी के मुताबिक, आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और लश्कर-ए-झांगवी से जुड़े मोहम्मद उस्मान गनी को आतंकी संगठनों की गतिविधियों में हिस्सा लेने के आरोप में आस्ट्रिया से गिरफ्तार किया गया है। पेरिस में पिछले साल नवंबर में हुए हमलों से पहले यूरोप भेजी गई आइएस की स्ट्राइक टीम में उस्मान भी शामिल था। पाकिस्तान का रहने वाला उस्मान बम बनाने में माहिर है। मुंबई हमलों के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था, जिसमें 166 लोग मारे गए।

रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन सहित अन्य यूरोपीय देशों पर बड़े पैमाने पर आसन्न हमलों की चेतावनी देने वाली बहुराष्ट्रीय जांच दल के करीबी सूत्रों ने यह जानकारी दी है। आइएस के दर्जनों सदस्य अभी भी फरार हैं। पेरिस हमले में 130 लोगों की हत्या करने वाले आतंकी गिरोह से तार जुड़ने के बाद ऑस्ट्रिया और फ्रांस के अधिकारियों ने उस्मान (34) और अल्जीरियाई आइएस लड़ाके अब्दुल हद्दादी (28) से पूछताछ की है।