अमेरिका ने चीन में बने खिलौनों की एक खेप को जब्त किया है। इन खिलौनों पर जहरीली रसायनों की परत चढ़ी हुई थी। बता दें कि भारत में इन खिलौनों की मांग काफी है और बच्चों में लोकप्रिय भी है। अमेरिका में खिलौने जब्त होने को लेकर अधिकारियों ने जानकारी दी कि सीमाशुल्क एवं सीमा सुरक्षा (सीबीपी) बल ने छुट्टियों में खरीदारी बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए उपभोक्ताओं को आगाह किया था।
सीबीपी ने कहा कि “हाल ही में सीसा, कैडमियम और बेरियम जैसे रसायनों के खतरनाक स्तर की परत चढ़े खिलौने जब्त किए गए हैं। ऐसे में अगर आप बच्चों के लिए ऑनलाइन खिलौने खरीद रहे हैं तो सावधान रहें।” आधिकारिक बयान के अनुसार, 16 जुलाई को सीबीपी अधिकारी और एक उपभोक्ता उत्पाद सुरक्षा आयोग (सीपीएससी) अनुपालन अन्वेषक ने खिलौनों की शुरुआती जांच की थी।
भारत में पिट्ठू या सतोलिया कहा जाता है: चीन से अमेरिका पहुंची सात बक्सों की खेप में ‘लगोरी 7 स्टोन’ के 295 पैकेट शामिल थे। ये भारत में भी बच्चों का पसंदीदा खेल है। इस खेल में बच्चे एक के ऊपर एक सात चौकोर पत्थरों को रखकर एक गेंद फेंककर पत्थरों को गिराते हैं। पत्थर गिरने के बाद दौड़कर फिर उन्हें एक के ऊपर दोबारा रखते हैं। इस खेल को भारत में पिट्ठू या सतोलिया कहा जाता है।
24 अगस्त को जांच के लिए सीबीपी ने ‘सी लैब’ में खिलौनों के नौ नमूने दिए थे। जांच करने पर पता चला कि इन खिलौनों पर सीसा, कैडमियम और बेरियम की परत चढ़ाई गई थी। परत में इन रसायनों का उपयोग उपभोक्ता उत्पादों के लिए तय किए पैमाने से कहीं अधिक था। इसके बाद चार अक्टूबर को सीबीपी ने इन खिलौनों की खेप को जब्त कर लिया।
बाल्टीमोर के सीबीपी के एरिया पोर्ट निदेशक एडम रॉटमैन ने बताया, ‘‘देश के बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा विभाग की सुरक्षा हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। इससे हम समझौता नहीं करते।