आतंकी संगठन लश्क-ए-तैयबा के टॉप लीडर और हाफिज सईद के खास अब्दुल सलाम भुट्टावी की पाकिस्तान की जेल में मौत हो गई है। भुट्टावी ने ही 26/11 मुंबई हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकियों को तैयार किया था। वह आतंकी गतिविधियों को आर्थिक मदद देने के मामले में पाकिस्तान की एक जेल में सजा काट रहा था, जहां उसकी मौत हुई है।

वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की शेखपुरा जेल में बंद था जहां सोमवार को दोपहर के समय उसकी मौत हो गई। लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठनों ने भुट्टावी की मौत की घोषणा की और बताया कि हार्ट अटैक के कारण उसकी मौत हुई है। संगठनों ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि भुट्टावी का मंगलवार सुबह लाहौर के पास मुरीदके में आतंकी समूह के मरकज में अंतिम संस्कार किया गया। भारतीय खुफिया अधिकारियों ने भी भुट्टावी की मौत की पुष्टि की है।

साल 2012 में भुट्टावी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आतंकवादी घोषित किया था। इसके कुछ साल बाद उसे टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और अगस्त 2020 में हाफिज सईद के रिश्तेदार अब्दुल रहमान मक्की के साथ उसे भी दोषी ठहराया गया था। दोषी करार दिए जाने के बाद उसे साढ़े 16 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।

साल 2002 और 2008 में हाफिज सईद की गिरफ्तारी के बाद भुट्टावी ने कुछ समय के लिए लश्कर-ए-तैयबा के कार्यकारी हेड के रूप में भी काम किया था। 26 नवंबर 2008 में मुंबई में दो-तीन दिन तक सिलसिलेवार आतंकी हमले हुए थे। पाकिस्तान से कुछ आतंकवादी समुद्र के रास्ते भारत आए थे और उन्होंने मुंबई की कुछ प्रतिष्ठित इमारतों को निशाना बनाया था। इन हमलों का शिकार ताज होटल भी बना था।

इन हमलों में भारतीयों के अलावा अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों के के नागरिकों की मौत हुई थी। आतंकियों ने इमारतों के अंदर घुसकर लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं, जिसमें 166 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे। उस समय यूएस ट्रेजरी विभाग ने एक बयान जारी कर कहा था कि भुट्टावी ने ही शहादत पर अपने भाषणों से आतंकियों को मुंबई हमलों के लिए तैयार किया था।