जासूसी उपग्रह लॉन्च करने की उत्तर कोरिया की कोशिश दूसरी बार फेल हो गई है। हालांकि तानाशाह किम जोंग उन के तेवरों पर इससे कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा। उसका कहना है कि हमने कोशिश की पर कामयाब नहीं हुई। अक्टूबर में इसे फिर से लॉन्च किया जाएगा।
उत्तर कोरिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि जासूसी उपग्रह प्रक्षेपण का उसका दूसरा प्रयास भी विफल रहा है। लेकिन उसने कहा कि वह अक्टूबर में फिर से कोशिश करेगा। उत्तर कोरिया के प्रक्षेपण को देखते हुए पड़ोसी देश जापान ने जे-अलर्ट जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा। जब उत्तर कोरिया का रॉकेट उसके दक्षिणी द्वीप ओकिनावा के ऊपर से प्रशांत महासागर की ओर उड़ा तभी जापान ने ये चेतावनी जारी कर दी थी।
उत्तर कोरिया ने ‘मालिगयोंग-1’ को स्थापित कराने के लिए रॉकेट चोलिमा-1 का इस्तेमाल किया
KCNA (कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी) ने कहा कि उत्तर कोरिया की अंतरिक्ष एजेंसी ने उपग्रह ‘मालिगयोंग-1’ को कक्षा में स्थापित कराने के लिए नरॉकेट चोलिमा-1 का इस्तेमाल किया था। एजेंसी ने कहा कि रॉकेट की पहले और दूसरे चरण की उड़ानें सामान्य थीं। लेकिन तीसरे चरण की उड़ान के दौरान कुछ खराबी आने के कारण प्रक्षेपण विफल रहा। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि बृहस्पतिवार के प्रक्षेपण की कमियों का अध्ययन किया जाएगा। उनसे सबक लेकर अक्टूबर में फिर से प्रक्षेपण का प्रयास किया जाएगा।
मिसाइल परीक्षण की तैयारियों में भी जुटा है किम जोंग उन
ध्यान रहे कि उत्तर कोरिया की हरकतों की वजह से पड़ोसी देश जापान और दक्षिण कोरिया हमेशा आशंकित रहते हैं। फिलहाल दक्षिण कोरिया की सेना अमेरिका के साथ मिलकर ड्रिल कर रही है। ये बात किम जोंग उन को नहीं भा रही है। वो कई बार अमेरिका समेत कोरिया को चेतावनी जारी कर चुका है। किम जोंग का कहना है कि अमेरिका उसके खिलाफ साजिश कर रहा है। वो इसे कतई बर्दाश्त करने नहीं जा रहा। KCNA की खबरों के मुताबिक किम जोंग मिसाइल परीक्षण की तैयारी कर रहा है। उसने अपने वैज्ञानिकों से इस दिशा में तैयारी और तेज करने को कहा है।