अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सालाना सैन्य अभ्यास के शुरू होते ही उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन का पारा सातवें आसमान पर जा पहुंचा है। उसका गुस्सा इस कदर भड़का हुआ है कि उत्तर कोरिया की क्रूज मिसाइल के परीक्षण की निगरानी करने वो खुद पहुंचा। हालांकि किसी भी रिपोर्ट में ये स्पष्ट नहीं किया गया है कि किम कौन से दिन जहाज पर सवार होकर मिसाइल परीक्षण को देख रहा था।
KCNA ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि पूर्वी बंदरगाह पर मौजूद एक जहाज में वो पहुंचा और वहां से उसने क्रूज मिसााइल के प्रक्षेपण संबंधी परीक्षण की निगरानी की। उसकी हरकतों से लग रहा है कि वो अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास को गंभीरता से ले रहा है। उत्तर कोरिया दोनों देशों की सालाना मिलिट्री ड्रिल को युद्ध अभ्यास के तौर पर देख रहा है। इसी वजह से किम के तेवर ज्यादा तीखे होते दिख रहे हैं।
केसीएनए के मुताबिक, मिसाइलों ने लक्ष्यों पर सटीक निशाना साधा। उत्तर कोरिया की ये कवायद दिखाती है कि वो लड़ाई के समय अपने युद्ध पोतों और मिसाइलों की क्षमता को परख रहा है। किम ने कहा कि वह उत्तर कोरिया की नौसेना के लिए शक्तिशाली युद्ध पोतों का निर्माण करेंगे।
दक्षिण कोरिया बोला- KCNA बढ़ा चढ़ाकर दे रहा है मिसाइल परीक्षण की रिपोर्ट
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि क्रूज मिसाइल परीक्षणों पर उत्तर कोरिया की रिपोर्ट बढ़ा चढ़ाकर बताई जा रही है। यह तथ्यों के अनुरूप नहीं है। उनका कहना है कि दक्षिण कोरिया की सेना उत्तर कोरिया के उकसावे का जवाब देने में सक्षम है। 2022 की शुरुआत के बाद से उत्तर कोरिया ने 100 से अधिक हथियार परीक्षण किए हैं। इनमें से कुछ को अमेरिकी के साथ दक्षिण कोरिया और जापान पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने इसके जवाब में अपने प्रशिक्षण अभ्यास को धार देने पर काम शुरू किया है। कैंप डेविड में शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडन, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने उत्तर कोरिया के साइबर खतरों से निपटने के लिए एक त्रिपक्षीय कार्य समूह की स्थापना का ऐलान किया। बाइडन ने कहा कि अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान खतरों पर प्रतिक्रिया देने के मुद्दे पर चर्चा के लिए एक हॉटलाइन भी स्थापित करेंगे।