India Pakistan Ceasefire: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बार-बार यह दावा करना कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष के दौरान सीजफायर करवाया था, इसे लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारत का फिर से साफ कर दिया है। जयशंकर ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर दोनों देशों के DGMO के बीच बातचीत के बाद हुआ था ना कि इसमें किसी ट्रेड डील की कोई भूमिका थी। 

याद दिलाना होगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कह चुके हैं कि अमेरिका ने व्यापार रोकने की धमकी दी थी और इस वजह से भारत और पाकिस्तान जंग से पीछे हट गए। 

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ट्रंप की टिप्पणी पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गुरुवार को वाशिंगटन डीसी में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, ‘उस दौरान जो कुछ हुआ उसका रिकॉर्ड बहुत क्लियर था और सीजफायर कुछ ऐसा था जिस पर दोनों देशों के DGMO के बीच बातचीत हुई थी।’ जयशंकर ने आगे कहा, ‘मैं अब इसे यहीं छोड़ता हूं।’

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया था लेकिन 10 मई को दोनों देशों ने सीजफायर का ऐलान किया था। ट्रंप ने ही सीजफायर को लेकर सोशल मीडिया के जरिये जानकारी दी थी।

भारत ने की थी एयर स्ट्राइक

याद दिलाना जरूरी होगा कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर PoK में चल रहे आतंकी ठिकानों पर 6-7 मई की रात को जबरदस्त एयर स्ट्राइक की थी। एयर स्ट्राइक में भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था।

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10 मई को विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने घोषणा की थी कि पाकिस्तान के DGMO ने भारतीय DGMO को फोन किया था और उनके बीच सहमति बनी थी कि दोनों देश सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे।

हाल ही में न्यूजवीक के साथ बातचीत के दौरान भी जयशंकर ने कहा था कि जब 9 मई की रात को अमेरिकी उप राष्ट्रपति वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी, तब वह उसी कमरे में मौजूद थे।

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