इस्तांबुल में एक फुटबॉल स्टेडियम के पास हुए दो बम विस्फोटों में 38 लोगों के मारे जाने और 155 अन्य के घायल होने के बाद तुर्की ने रविवार (11 दिसंबर) को एक दिन का शोक मनाया। इस हमले को संभवत: कुर्द आतंकवादियों ने अंजाम दिया। बेसीकतास और बुर्सापोर के बीच एक सुपर लीग मैच के बाद स्टेडियम के बाहर शनिवार (10 दिसंबर) को कार बम विस्फोट हुआ इसके एक मिनट के भीतर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को पास के एक पार्क में पुलिसकर्मियों के एक समूह के पास विस्फोट कर उड़ा लिया। राष्ट्रपति रेसेप तैयिप एरदोगन ने अपनी विदेश यात्रा टाल दी। उन्होंने घोषणा की, ‘तुर्की अंत समय तक आतंकवाद से लड़ता रहेगा’। वह और प्रधानमंत्री बिनाली यीलदीरीम मारे गए 30 पुलिसकम्रियों में पांच की अंत्येष्टि में शामिल हुए। राष्ट्र ध्वज आधा झुका दिया गया।
गृहमंत्री सुलेमान सोयलु ने शोक मना रहे लोगों से कहा, ‘देर सवेर हम अपना बदला लेंगे।’ उप प्रधानमंत्री नुमान कुर्तुलमस ने निजी सीएनएन तुर्क टेलीविजन को बताया कि निशाने पर सीधे तौर पर पुलिस थी। विशेषज्ञों ने बताया कि कम से कम 300 से 400 किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किय गया। गृहमंत्री सुलेमान सोयलु ने बताया कि 30 पुलिसकर्मी, सात नागरिक और एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हुई है जबकि 155 अन्य घायल हुए हैं। विस्फोटों को लेकर 13 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सोयलु ने बताया कि हमलों के पीछे पीकेके का हाथ होने का संकेत मिला है। उन्होंने प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) का हवाला देते हुए यह कहा। एक फोरेंसिक टीम ने सबूत जुटाने के लिए आज (रविवार, 11 दिसंबर) स्टेडियम और पार्क का मुआयना किया। एरदोगन ने कहा, ‘आज रात इस्तांबुल में हमें एक बार फिर से आतंक का घिनौना चेहरा देखने को मिला, जिसने हर मूल्य और नैतिकता को कुचलकर रख दिया।’