Israel Iran War: ईरान और इजरायल के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका लगातार ईरान को धमका रहा है और इस टकराव में इजरायल को पूरा समर्थन दे रहा है। वहीं पाकिस्तान ने दावा किया था वो इजरायल के खिलाफ और ईरान का साथ देने की बात कही थी। दूसरी ओर इजरायल समर्थक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर का लंच चर्चा में आया था। इस पर अब भारत में ईरान के राजदूत का रिएक्शन आया है।
वहीं जब दिल्ली में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान ईरान के राजदूत और उप प्रमुख मोहम्मद जावेद हुसैन से राष्ट्रपति ट्रंप और आसिम मुनीर के लंच और इजरायल-ईरान टकराव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा,”मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तान ऐसा नहीं करेगा और इजरायल की आक्रामकता के खिलाफ ईरान के साथ खड़ा होगा।”
‘उम्मीद है पाकिस्तान नहीं देगा अमेरिका साथ’
दरअसल, कयास लगाए जा रहे हैं कि आसिम मुनीर के साथ लंच में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान के खिलाफ मिशन के लिए पाकिस्तान की मदद लेने की इच्छा जताई थी। इसको लेकर ईरानी राजदूत ने कहा कि हम ऐसा सोच रहे हैं कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ मिलकर ईरान के खिलाफ ऐसा कुछ नहीं करेगा, बल्कि ईरान के साथ ही खड़ा होगा।
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‘कोई तीसरा देश आया तो…’
इजरायल की ओर से अमेरिका के इस जंग में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसको लेकर उन्होंने कहा कि ईरान और इजरायल की जंग में कोई तीसरा देश शामिल हुआ तो अंजाम बुरा होगा। ईरानी राजदूत हुसैनी ने कहा कि ईरान अभी भी बातचीत की टेबल पर है लेकिन किसी के दबाव में आकर समझौता नहीं करेगा।
परमाणु हथियारों पर क्या कहा?
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि वे ईरान पर हमला इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अंतिम चरण तक पहुंच चुका है। नेतन्याहू ने यह भी कहा था कि अगर ईरान परमाणु हथियार बना लेगा, तो इजरायल के अस्तित्व पर संकट मंडराने लगेगा। दूसरी ओर ईरान के दूतावास के उप प्रमुख मोहम्मद जावेद हुसैनी ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण मकसद के लिए है।
ईरानी राजदूत ने कहा कि ईरान को आत्मरक्षा का अधिकार है और उसी अधिकार के तहत हम जवाब दे रहे हैं।