Israel-Iran War: मिडिल ईस्ट में इजरायल-हमास युद्ध (Israel Hamas War) के चलते पहले ही तनाव की स्थिति थी और अब नया तनाव इजरायल और ईरान के बीच पैदा हो गया है। ईरान ने ड्रोन और मिसाइलों से कई ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसके चलते अब जल्द ही इजरायल भी ईरान पर हमला बोल सकता है, जिसके चलते एक पूरा मिडिल ईस्ट तबाही की कगार पर पहुंच सकता है।
अब अगर दोनों देशों के बीच युद्ध होता है तो मिडिल के अन्य देश भी इस युद्ध में शामिल हो सकते हैं। दोनों देशों के पास विशाल सैन्य शक्ति और खतरनाक हथियार हैं। अगर युद्ध में इन हथियारों का इस्तेमाल होता है तो काफी बड़ा नुकसान आसपास के देशों को भी पहुंच सकता है। इजरायल और ईरान दोनों ही मिडिल ईस्ट के बड़े देश है और शक्तिशाली भी है, जिसके चलते ही एक बड़े संग्राम की आहट पूरी दुनिया को सुनाई दे रही है।
इजरायल और ईरान के बीच युद्ध से पहले उनकी सैन्य क्षमता का अंदाजा होना अहम है। विभिन्न देशों की सैन्य क्षमताओं की जानकारी देने वाली वेबसाइट GlobalFirePower.com से ईरान और इजरायल दोनों ही असल सैन्य क्षमता का पता चलता है। इजरायल का पावर इंडेक्स 0.2596 है, जबकि ईरान का 0.2269 है।
कहां खड़े हैं इजरायल और ईरान
इजरायल की ताकत का अंदाजा अपनी सैन्य ताकत के आधार पर वह 145 देशों की रैंकिंग में 17वें स्थान पर है, जबकि ईरान 14वें स्थान पर है। इजरायल की आबादी कुल 9,043,900 है. यहां 170,000 सक्रिय सैनिक और 465,000 आरक्षित सैनिक हैं। दूसरी तरफ ईरान की आबादी 79,050,000 है। ईरान में 610,000 सक्रिय सैन्यकर्मी और 350,000 आरक्षित सैन्यकर्मी हैं, ये सभी जरूरत पड़ने पर युद्ध में उतर सकते हैं।
ईरान ज्यादा पावरफुल, हमास के साथ भी जारी है इजरायल का युद्ध
दोनों ही देशों की थल सेना की बात करें तो ईरान के पास कुल 1996 टैंक हैं, जिनमें से 1397 इस समय जंग के लिए पूरी तरह तैयार हैं। दूसरी ओर इजरायल की के पास 1370 टैंक हैं औऱ वह भी तुरंत ही 1096 टैंक्स का इस्तेमाल कर सकता है। ईरान के पास कुल 65,765 सैन्य वाहन हैं, जिनमें से 46 हजार से ज्यादा एक्टिव हैं। इजरायल के पास 43,407 सैन्य वाहन हैं, जिनमें से 34,736 एक्टिव मोड में हैं। अहम बात यह है कि इजरायल पहले ही हमास के साथ भीषण युद्ध झेल रहा है।
ईरान के पास करीब सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी के लिहाज से 580 हैं जिनमें से 406 एक्टिव सर्विस में हैं। दूसरी ओर इजरायल के पास 650 सेल्फ-प्रोपेल्ड आर्टिलरी है। अगर पुलिंग आर्टलरी की बात करें तो ईरान के पास 2050 और इजरायल के पास सिर्फ 300 ही है। इतना ही नहीं, ईरान के पास 775 मल्टी-लॉन्चर रॉकेट सिस्टम (MLRS) है, जबकि इजरायल के पास सिर्फ 150 ही है। ऐसे में ज्यादातर मोर्चो पर इजरायल ईरान पर भारी पड़ता दिख रहा है।
किसमें ज्यादा है हवाई ताकत?
दोनों मुल्कों की हवाई ताकत की बात करें तो ईरान की वायुसेना के पास 551 एयरक्राफ्ट रिजर्व में रखे हुए हैं, जबकि, 358 एक्टिव हैं। इसी तरह इजरायली गुट के पास 612 रिजर्व और 490 एक्टिव एयरक्राफ्ट हैं। फाइटर जेट्क के मामले में ईरान के पास 186 हैं जिनमें से 121 हमले के लिए रैडी रहते हैं। दूसरी ओर इजरायल के पास 241 हैं, जिनमें से 193 हमला करने के लिए रैडी रहते हैं। जानकारी के मुताबिक ईरान के पास 86 ट्रांसपोर्ट विमान हैं। वहीं इजरायल के पास 12 हैं। ईरान के पास 102 ट्रेनर्स हैं, इजरायल के पास 155 ट्रेनर्स एयरक्राफ्ट हैं। ईरान के पास 129 हेलिकॉप्टर्स हैं। इजरायल के पास 146 हेलिकॉप्टर्स हैं। ईरान के पास 13 और इजरायल के पास 48 अटैक हेलीकॉप्टर भी हैं।
ईरान के पास कुल 101 नौसैनिक एसेट्स हैं, जबकि इजरायल के पास 67 है। दोनों देशों के पास कोई भी एयरक्राफ्ट कैरियर या हेलिकॉप्टर कैरियर्स नहीं हैं। इसके अलावा दोनों के ही पास डेस्ट्रॉयर्स है। ईरान वैसे तो इजरायल से काफी आगे दिख रहा है लेकिन इजरायल के पास नाटो देशों की सेना भी हैं और अमेरिका खुलकर उसका सहयोग करता है।
इसके चलते माना जा रहा है इजरायल और ईरान दोनों ताकत के मामले में एक दूसरी पर भारी पड़ सकते हैं और मिडिल ईस्ट तबाही के नए मंजर का गवाह बन सकता है।