इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में अब तक दोनों तरफ से मरने वाले लोगों की तादाद 2 हजार के करीब पहुंच गई है। इजरायली सेना ने कहा कि पड़ोसी देश लेबनान से एक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल इजरायली इलाकों पर दागी गई है। अब इजरायल जवाबी कार्रवाई कर रहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि लेबनान में बड़ी संख्या में सैनिक जमा हो गए हैं। हमलों में मरने वालों की संख्या लगभग 2,200 हो गई है, जिसमें अब तक 1,200 से अधिक इजरायली और 950 फिलिस्तीनी शामिल हैं। इजरायली सेना ने कहा है कि उसने गाजा पट्टी में हमास के सशस्त्र विंग के प्रवक्ता अबू ओबैदा के घर पर हमला किया है। इसका ड्रोन फुटेज भी साझा किया गया है।
क्या हो सकती है लेबनान की भूमिका?
इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष को पूरी दुनिया नजरें गढ़ाए देख रही है। ऐसे में पड़ोसी देशों की भूमिका और ज़्यादा बढ़ जाती है। ईरान समर्थित संगठन के एक बयान के मुताबिक सोमवार को इजरायली गोलाबारी में लेबनानी शिया समूह हिजबुल्लाह के तीन सदस्य मारे गए हैं। दक्षिणी लेबनान में एक इजरायली डिप्टी कमांडर और दो फ़िलिस्तीनी लड़ाके भी मारे गए हैं। इस तरह इस लड़ाई में लेबनान भी सामने आता दिखाई दे रहा है। जवाबी कार्रवाई में हिजबुल्लाह ने एक इजरायली सैन्य वाहन पर एक मिसाइल दागी। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई में हिजबुल्लाह निगरानी चौकी पर हमला किया जो मुख्य रूप से शिया सशस्त्र समूह से जुड़ी है। इस हिंसा से बड़ी तादाद में लेबनानी नागरिक सहमे हुए हैं।
लेबनान की भूमिका इस विवाद के बीच चर्चा में मंगलवार को इजरायली सैन्य वाहन पर एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल दागे जाने के बाद सामने आई है। हालांकि इजरायल ने कहा कि इससे कोई हताहत नहीं हुआ। हमास ने यह भी दावा किया कि लेबनान में उसके लड़ाकों ने इज़राइल के पश्चिमी गैलील क्षेत्र की ओर रॉकेट दागे थे।
जब 2006 में आमने-सामने हो गए थे इजरायल-लेबनान
साल 2006 में हिज़्बुल्लाह ने इजराइल के साथ कैदियों की अदला-बदली का सौदा करने के मकसद से दो इजरायली सैनिकों को पकड़ लिया था। हालांकि इजरायल ने हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह के घर पर बमबारी करके जवाब दिया था, जिसके बाद 34 दिनों का युद्ध शुरू हो गया था। यह संघर्ष जब खत्म हुआ तब मरने वालों की तादाद लगभग 1200 से ज्यादा थी। जिसमें 1,100 लेबनानी और 165 इजरायली मारे गए।