अमेरिका ने कहा है कि वह इस बात को सुनिश्चित करेगा कि ईरान परमाणु हथियार हासिल न कर पाए क्योंकि यदि वह हथियार हासिल कर लेता है तो इससे परमाणु हथियारों की दौड़ शुरू हो जाएगी और पहले से ही अशांति झेल रहे क्षेत्र में ‘‘अस्थिरता’’ पैदा हो जाएगी।
परमाणु हथियार हासिल करने के ईरान के विचार को ‘अस्वीकार्य’ बताते हुए अमेरिका ने कहा कि वह ऐसा कोई समझौता करने नहीं जा रहा है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को 10 साल तक रोक कर रखे।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नस्ट ने कल कहा, ‘‘मैं ईरानियों के साथ वार्ता की मेज पर बैठने के दौरान अमेरिका एवं हमारे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों द्वारा अपनाए जाने वाले रुख पर समझौता करने से जुड़ी जानकारी के विस्तार में नहीं जाना चाहता। हालांकि मैं यह कहूंगा कि आज ऐसी खबर आई थी कि हम दस साल के समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। ये खबरें सही नहीं हैं।’’
अर्नस्ट ने कहा, ‘‘यह बातचीत पर अमेरिका और हमारे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के असल रूख को प्रदर्शित नहीं करती।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ईरान के साथ बातचीत का लक्ष्य ईरानियों के साथ एक ऐसा समझौता करना है, कि उनकी जांच एक सतत आधार पर की जा सके।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के पास इस बात की पर्याप्त वजह है कि वह परमाणु कार्यक्रम के संदर्भ में ईरानियों के दावों पर ज्यादा यकीन न करे।
अर्नस्ट ने कहा, ‘‘कुछ ही साल पहले, ईरान में ऐसा गुप्त परमाणु प्रतिष्ठान पाया गया था, जिसकी जानकारी पहले नहीं दी गई थी। इससे कुछ साक्ष्य मिले, जो यह दर्शाते थे कि ईरान गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा था।’’
उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय और ईरानियों की ओर से एक स्पष्ट समझौता चाहते हैं। एक ऐसा समझौता, जिसकी जांच की जा सके। इसके तहत अंतरराष्ट्रीय समुदाय की पहुंच को शामिल किया जाएगा ताकि यह जांचा जा सके कि ईरान तय शर्तों का पालन कर रहा है या नहीं।
अर्नस्ट ने कहा, ‘‘ईरान द्वारा परमाणु हथियार हासिल किए जाने का विचार पूरी तरह अस्वीकार्य है। यह कुछ समय से हमारी नीति रही है। इस बातचीत का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ईरान परमाणु हथियार हासिल न कर ले।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी वजह यह है कि इससे क्षेत्र में भयंकर अस्थिरता पैदा हो जाएगी। यह परमाणु हथियारों की एक दौड़ शुरू कर सकता है, वह भी विश्व के एक ऐसे हिस्से में, जो पहले से ही अशांत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा होना अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में नहीं होगा। और निश्चित तौर पर इस क्षेत्र में हमारे करीबी सहयोगी इस्राइल के भी हित में नहीं होगा।’’
अर्नस्ट ने कहा, ‘‘यही वजह है कि हम इस बातचीत में लगे हैं। राष्ट्रपति ने यह संकेत दिया है कि इस तरह की बातचीत के लिए समय निकला जा रहा है। हम इन चीजों के दूसरे छोर पर पहुंच चुके हैं। हम संधियों के स्वरूप के बारे में ज्यादा विस्तृत बातचीत कर सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आगामी सप्ताहों में हमारे पास अवसर होगा कि हम उन समझौतों का मूल्यांकन कर सकें, जिन्हें अंजाम दिया जा चुका है या फिर उन समझौतों का, जिनसे ईरानी पीछे हट गए हैं।’’