साल 2018 में सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई एक व्यक्ति की हत्या के मामले में ईरान सरकार ने रेसलर नावीद अफकारी को फांसी दे दी है। बता दें कि नावीद को फांसी दिए जाने का मामला इसलिए भी खास है क्योंकि इसके खिलाफ दुनियाभर में आवाज उठ रही थी लेकिन ईरान सरकार ने इसके बावजूद नावीद को चुपचाप फांसी पर चढ़ा दिया। ईरान के सरकारी टीवी ने इस बात की जानकारी दी है।

नावीद पर आरोप था कि उसने साल 2018 में सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति की कथित तौर पर हत्या कर दी थी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान सरकार से नावीद की जान बख्शने की अपील की थी। ईरान के सरकारी टीवी के अनुसार, फार्स प्रांत के चीफ जस्टिस काजेम मौसवी के आदेश पर शिराज इलाके की अदेलाबाद जेल में नावीद अफकारी को फांसी दे दी गई।

सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर बहस छिड़ी हुई थी। जिसमें कहा गया था कि सरकारी विरोधी प्रदर्शन में शामिल होने के चलते अफकारी और उसके भाईयों को निशाना बनाया गया। बता दें कि अफकारी के दो भाई अभी भी जेल में बंद हैं। अफकारी पर आरोप था कि उसने विरोध प्रदर्शन के दौरान एक वाटर सप्लाई कंपनी के कर्मचारी की चाकू मारकर हत्या कर दी थी।

ईरान की सरकार ने बीते हफ्ते ही रेसलर नावीद अफकारी द्वारा हत्या की बात कबूलने का टीवी पर प्रसारण भी किया था। इस मामले के साथ ही ईरान में एक बार फिर मौत की सजा खत्म करने की मांग उठने लगी है।

इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने भी ईरान सरकार से नावीद को फांसी ना दिए जाने की अपील की थी। अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट माइक पोम्पियो ने भी नावीद को फांसी देने के ईरान सरकार के फैसले की आलोचना की है।

बता दें कि नावीद अफकारी को 17 सितंबर 2018 को गिरफ्तार किया गया था और दो अदालतों द्वारा दो बार मौत की सजा दी गई थी। नावीद के भाईयों वाहिद और हबीब अफकारी को क्रमशः 56 साल,6 माह और 24 साल,3 माह की सजा दी गई है। हालांकि तीनों भाईयों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारा था।