सिंधु जल संधि में मध्यस्थता करने वाले विश्वबैंक ने बुधवार (28 सितंबर) को कहा कि भारत और पाकिस्तान ने उससे संपर्क किया है और ‘जैसा कि संधि में तय है, वह अपनी सीमित, प्रक्रियागत भूमिका में जवाब दे रहा है।’ विश्वबैंक के एक प्रवक्ता ने यहां बताया, ‘भारत और पाकिस्तान ने विश्वबैंक को सूचित किया है कि प्रत्येक ने सिंधु जल संधि 1960 के मुताबिक कार्यवाही शुरू की है और विश्वबैंक समूह अपनी सीमित, प्रक्रियागत भूमिका में जवाब दे रहा है जैसा कि इस संधि में तय है।’

प्रवक्ता ने आगे कोई टिप्पणी करने से यह कहते हुए इनकार किया कि ‘इन कार्यवाहियों पर आगे के ब्यौरे के लिए आपको सदस्य सरकारों से पूछताछ करना सबसे अच्छा रहेगा।’ सोमवार (26 सितंबर) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिंधु जल संधि के प्रावधानों की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में यह तय किया गया कि भारत जल बंटवारा संधि के मुताबिक झेलम सहित पाक नियंत्रित नदियों के पानी का ‘अधिकतम दोहन’ करेगा।

वीडियो देखें- “भारत ने बुधवार रात LoC पार कर आतंकी ठिकानों पर हमला किया”: रक्षा मंत्रालय

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18 सितंबर को उरी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक और कूटनीतिक रूप से पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिश कर रहा है। बुधवार (28 सितंबर) को भारत द्वारा पाकिस्तान में होने वाले दक्षेस सम्मेलन के बहिष्कार के बाद भूटान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश ने भी सम्मेलन में जाने की घोषणा कर दी। वहीं नेपाल ने सम्मेलन पाकिस्तान से बाहर कराए जाने की मांग की है।