भारतीय मूल की तीन ब्रिटिश मुस्लिम भाई-बहनों ने दावा किया है कि सहयात्रियों द्वारा आतंकी संगठन “आईएसआईएस का समर्थक” होने का आरोप लगाने के बाद उन्हें एक एयरपोर्ट पर उतारकर ब्रिटिश पुलिस ने पूछताछ की थी। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार सकीना धरस (24) मरियम धरस (19) और अली धरस (21) पिछले हफ्ते लंदन के स्टैंस्टेड एयरपोर्ट से इटली के नैपल्स शहर जा रहे थे। तीनों उत्तरी लंदन के निवासी हैं। सकीना धरस ने एक फेसबुक पोस्ट और ब्रिटिश अखबार द इंडिपेंडेंट में इस घटना का ब्योरा लिखा है। सकीना के अनुसार तीनों को पुलिस ने विमान से उताकर पूछा, “क्या तुम लोग अंग्रेजी बोलते हो?”

सकीना के अनुसार एक अधिकारी ने उनसे कहा, “हमें आपसे बात करनी है। आपके विमान के एक यात्री ने दावा किया है कि आप तीनों आईएसआईएस के सदस्य हैं। यात्री ने आपके फोन पर अरबी भाषा में या अल्लाह की तारीफ लिखा हुआ देखा है।” सकीना के अनुसार उन्होंने अधिकारियों को बताया कि “वो हमारे धार्मिक ग्रंथ कुरान का अंग है इसलिए अगर ऐसा लिखा भी है तो इसका ये मतलब नहीं है कि हम आईएसआईएस के सदस्य हैं। इसके बावजूद हम बताना चाहेंगे कि आज सुबह से हमारे फोन पर अरबी भाषा में लिखी हुई कोई भी चीज नहीं लगाई गई है।”

सकीना के अनुसार अधिकारियों ने उन सबसे एक घंटे तक पूछताछ की। अधिकारियों ने उनसे उनके पासपोर्ट पर लगे विभिन्न मुहरों के बारे में जानकारी मांगी। सबीना ने उन्हें एक ब्रिटिश खुफिया सेवा एमआई-5 के एजेंट का हालिया व्हाट्सऐप मैसेज भी दिखाया। सकीना की फेसबुक पोस्ट के अनुसार उन सबको अधिकारियों को अपनी निजी जिंदगी, घर और नौकरी, सोशल मीडिया हिस्ट्री और माता-पिता के पेशा के बारे में बताना पड़ा। सकीना के अनुसार पूछताछ के बाद पुलिस ने उनसे असुविधा के लिए खेद जताते हुए कहा कि उनकी भी स्थिति ‘विकट’ है और ऐसे मामले में एहतियातन कदम उठाना पड़ता है। सकीना के अनुसार पुलिस ने उन्हें बताया कि उन पर आरोप लगाना वाला बहुत डरा हुआ था।

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