अमेरिका ने कहा है कि हिंद महासागर की जटिल सुरक्षा वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता से जुड़ी हुई है। साथ ही, इसने नौवहन की स्वतंत्रता सहित अंतरराष्ट्रीय नियमों को कायम रखने के लिए भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच समुद्री सहयोग की जरूरत का जिक्र किया। दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के उप सहायक विदेश मंत्री मनप्रीत सिंह आनंद ने कहा, ‘हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे देशों के एक दूसरे के लिए काम करने की क्षमता पर अधिक से अधिक निर्भर करेगा। वहीं, अमेरिका जैसे साझेदारों को नौवहन की स्वतंत्रता जैसे अंतरराष्ट्रीय निमयों को कायम रखना होगा।
आनंद ने प्रशासन परिषद के सदस्यों से यहां शुक्रवार (14 अक्टूबर) को कहा कि देशों के भूभाग पर स्थिरता भी इस बात पर निर्भर करती है कि विभिन्न देश किस तरह से बखूबी समुद्री लूट, मादक पदार्थों एवं हथियारों और मानव की गहरे समुद्र में तस्करी का मुकाबला कर सकते हैं। भारतीय मूल के राजनयिक ने कहा कि आप सीधे तौर पर देख सकते हैं कि हिंद महासागर की सुरक्षा वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ हमने एक साल में द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब डॉलर बढ़ाया है। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश-भूटान-इंडिया-नेपाल मोटर वाहन समझौता या बीबीआईएन ने इन चार देशों के बीच आवागमन का समय घटाया है।