अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने टैरिफ में कटौती करने पर सहमति जताई है। उन्होंने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमने भारत की पोल खोल दी है।
ट्रंप ने कहा, “भारत हम पर बहुत ज़्यादा टैरिफ लगाता है, बहुत ज़्यादा। आप भारत में कुछ भी नहीं बेच सकते। वैसे, वे इस पर सहमत हो गए हैं, वे अब अपने टैरिफ में कटौती करना चाहते हैं क्योंकि आखिरकार कोई उनके किए की पोल खोल रहा है।”
पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भारत-अमेरिका ने बाइलेटरल ट्रेड अग्रीमेंट पर बातचीत करने की घोषणा की
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने दिन में कहा था कि दोनों पक्ष टैरिफ के मुद्दे पर समाधान खोजने और बाजार तक पहुंच बढ़ाने के लिए बहु-क्षेत्रीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। फरवरी में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने बाइलेटरल ट्रेड अग्रीमेंट (BTA) पर बातचीत करने की योजना की घोषणा की, जिसका उद्देश्य व्यापार को बढ़ाना, बाधाओं को कम करना और सप्लाई चेन इंटीग्रेशन को गहरा करना था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दोहराया कि चर्चाएं जारी हैं और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की हालिया अमेरिका यात्रा से समझौते को आगे बढ़ाने में मदद मिली है। यह घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा पारस्परिक टैरिफ लगाने के प्रयास के बीच की गई है, जो 2 अप्रैल 2025 से प्रभावी होगा और इसका टारगेट वे देश होंगे जो अमेरिकी आयातों पर हाई टैरिफ लगाते हैं।
‘सीजफायर नहीं किया तो लगाएंगे टैरिफ और प्रतिबंध’, यूक्रेन के बाद रूस को भी ट्रंप की चेतावनी
रूस पर प्रतिबंध और टैरिफ लगाने पर विचार कर रहे ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह यूक्रेन में युद्ध के समाधान के लिए रूस पर प्रतिबंध और टैरिफ लगाने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ’ पर एक पोस्ट में कहा कि ये प्रतिबंध तब तक बरकरार रह सकते हैं, जब तक कि युद्ध विराम और शांति पर अंतिम समझौता नहीं हो जाता।
यह पोस्ट ऐसे समय में आया है जब ट्रंप को यूक्रेन पर समझौते के उद्देश्य से दबाव बढ़ाने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है जबकि वह तीन साल पहले आक्रमण करके युद्ध शुरू करने के लिए रूस की जिम्मेदारी को कम करके आंक रहे हैं, यहां तक कि उसे नकार भी रहे हैं। ट्रंप ने कहा, ‘‘रूस और यूक्रेन अभी बातचीत की मेज पर आएं, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए।’’ पढ़ें- आखिर क्या चाह रहे ट्रंप? कनाडा-मेक्सिको पर टैरिफ लगाने में दी इतने समय की मोहलत
(एपी के इनपुट के साथ)