आजतक चैनल पर अफगानिस्तान और तालिबान को लेकर चल रहे एक शो में, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने पाकिस्तान पर हमला करते हुए पूर्व पाकिस्तानी उच्चायुक्त से कहा कि आप तालिबान को जैसे बदला हुआ बता रहे हैं वैसे ही अगर बिल से निकल कर ओसामा बिन लादेन आ जाता तो आप उसे भी कबूल लेते।
संबित पात्रा ने कहा कि आप कह रहे हैं कि यह तालिबान बदला हुआ है। लेकिन सच्चाई यह है कि एबटाबाद में मरने के बाद अगर फिर से लादेन सामने आ जाता और कहता कि मैं वो ओसामा नहीं हूं जी तो आप मान लेते। जवाब देते हुए अब्दुल वासित ने कहा कि तालिबान के साथ सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं है आप सिर्फ पाकिस्तान पर ही आरोप क्यों लगाते हैं? तालिबान के साथ कतर है, चीन है यहां तक कि अमेरिका ने भी तालिबान के साथ समझौता किया था।
साथ ही उन्होंने कहा कि आप कहते हैं कि आप आतंकवाद नहीं फैलाते हैं लेकिन हमारे तमाम सबूत हैं कि आपने आतंकवाद को फैलाया है। इस बात में कोई शक नहीं है कि भारत ने पाकिस्तान में दहशतगर्दी की है। पलटवार करते हुए पात्रा ने कहा कि जब महिलाओं को बीच सड़क पर मार दिया जाए, पत्रकारों पर जुल्म किए जाए तो एक अच्छा राष्ट्र क्या परेशान नहीं होगा? अफगानिस्तान के ऐसे ही हालात हैं इस कारण हम परेशान हो रहे हैं।
बताते चलें कि अफगानिस्तान पर एक बार फिर से तालिबान ने कब्जा कर लिया है। अफगानिस्तान से अमेरिका की निकासी की 31 अगस्त की समयसीमा पूरी होने से कुछ घंटे पहले अमेरिकी सेना के अंतिम विमान ने हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी और इसी के साथ अमेरिका ने 20 वर्ष पुराने अपने युद्ध के समाप्त होने की घोषणा की।
अमेरिकी मध्य कमान के कमांडर जनरल फ्रैंक मैकेन्जी ने ऑनलाइन आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ मैं अफगानिस्तान से निकलने और अमेरिकी नागरिकों,दूसरे देशों के नागरिकों और अफगानिस्तान के कुछ अहम लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभियान पूरा होने की घोषणा करता हूं।’’ उन्होंने कहा,‘‘ अमेरिकी सेवा का प्रत्येक सदस्य अब अफगानिस्तान से बाहर है।’’ साथ ही उन्होंने अमेरिका के सबसे लंबे चले युद्ध के समाप्त होने की घोषणा की। अमेरिका की अफगानिस्तान से वापसी सितंबर 9/11के हमले के 20वर्ष पूरे होने से कुछ वक्त पहले हुई है। इस हमले में आतंकवादी संगठन अलकायदा के आतंकवादियों ने न्यूयॉर्क में ट्विन टावर को उड़ा दिया था।