पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। जहां एक ओर सरकार उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर बैन लगाने की योजना बना रही है वहीं एक बाद एक नेता पीटीआई का साथ छोड़ते जा रहे हैं। पाकिस्तानी मीडिया पर जारी हुए ताज़ा बयानों के मुताबिक इमरान खान ने एक कमेटी बनाने की बात कही है और सरकार से बातचीत के लिए रास्ते खोलने का संकेत दिया है।

“गुलामी स्वीकार करने से अच्छा मर जाना है”

पाकिस्तानी वेबसाइट DAWN के मुताबिक पीटीआई प्रमुख इमरान खान ने कहा, “गुलामी जो वे हमसे करवा रहे हैं, जिस तरह से वे गर्दन पकड़ रहे हैं और उन्हें पीटीआई छोड़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं। आप इसके लिए पैदा नहीं हुए थे, जो देश डर के सामने अपना सिर झुकाता है, वो मर जाता है”। उन्होंने समर्थकों से कहा कि वह उम्मीद नहीं खोएंगे और आखिर तक लड़ाई जारी रखेंगे। देश को बताना चाहता हूं कि आपको किसी भी तरह से हार नहीं माननी चाहिए।

“सुप्रीम कोर्ट आखिरी उम्मीद है”

पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय पाकिस्तान की आखिरी उम्मीद है और देश के लोकतंत्र सुप्रीम कोर्ट ही बचा सकता है। उन्होने कहा, सुप्रीम कोर्ट देश आपको देख रहा है और आपकी एकता जनता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस देश को बचाना और इसके लिए खड़े होना अब आप पर निर्भर है। उन्होने कहा कि मुझे बाहर करने की कोशिश करने वाले देश को बर्बाद कर रहे हैं।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने देश की आर्थिक बदहाली को ओर भी इशारा किया। इमरान ने कहा कि लोग अपना डॉलर बेच रहे हैं और सरकार करदाताओं का सारा पैसा ब्याज चुकाने में खर्च कर रही है। उन्होने कहा, “क्या वे नहीं देख सकते कि कोई रोडमैप नहीं है? वह पाकिस्तान डूब रहा है।

पीटीआई पर बैन की बात पर भी बोले इमरान

इमरान खान ने उनकी पार्टी पर बैन लगाने की चर्चा पर भी बात की है। उन्होने कहा, “यह अत्याचार पीटीआई को खत्म नहीं करेगा बल्कि हमारी लोकप्रियता को बढ़ाएगा। मैं विश्वास के साथ यह कह सकता हूं कि जब भी मैं पीटीआई के टिकट बांटूंगा और जिसे भी दूंगा… वही जीतेगा.”