अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्द को फ्रांस की अदालत ने देश के वित्त मंत्री पद पर रहते हुए एक उद्योगपति को बड़ी राशि का भुगतान मामले में दोषी ठहराया है। क्रिस्टीन लेगार्द पर भुगतान करने में लापरवाही बरतने का आरोप था जिसके लिए उन्हें अदालत ने दोषी ठहरा दिया हैं। मामला एडिडास स्पोट्र्स ब्रांड को क्रेडिट लायोनाइस बैंक को बेचे जान से जुड़ा है। दरअसल 2007 में लेगार्ड ने वित्त मंत्री रहते हुए के दौरान क्रिस्टीन ने बैंक और अंतरराष्ट्रीय कारोबारी दिग्गज बर्नार्ड तैपी के साथ विवाद को सुलझाने की इजाजत दी थी। इस मामले में वह बर्नार्ड द्वारा ऐडिडास स्पोर्ट्स को क्रेडिट लियोनेस बैंक को बिक्री में भारी राशि का भुगतान नहीं रोक पाई थीं। लेगार्ड ने अदालत में दलील दी कि उन्होंने अच्छी नीयत से तैपी को 42.2 करोड़ डालर के भुगतान की इजाजत दी थी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया है।
क्रिस्टीन लेगार्द आईएमएफ की पहली महिला प्रमुख बनी थी। वहीं आईएमएफ प्रमुख के वकील ने कहा कि वर्ष 2007 से 2011 के बीच फ्रांस की वित्त मंत्री रही क्रिस्टीन निर्णय सुनने के लिये पेरिस की अदालत में मौजूद नहीं थी। वह उस समय वाशिंगटन में थी जहां आईएमएफ का मुख्यालय है। साठ साल की क्रिस्टीन के मामले की सुनवाई कोर्ट आफ जस्टिस आफ द रिपब्लिक ने की। इस न्यायाधिकरण में न्यायाधीश और संसद सदस्य होते हैं जो पद पर रहते गलत काम करने वाले फ्रांस के मंत्रियों के खिलाफ सुनवाई करते हैं।
वाशिंगटन में आईएमएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि फैसले पर चर्चा के लिए एजेंसी के निदेशक मंडल की जल्दी ही बैठक होगी। वहीं कोष के प्रवक्ता गेरी राइस ने बयान में कहा, “ऐसी संभावना है कि निदेशक मंडल की जल्दी ही बैठक होगी जिसमें ताजा घटनाक्रम के बारे में विचार किया जाएगा।”